भोपाल। मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार की कैबिनेट मीटिंग में आज ज्योतिरादित्य सिंधिया कोटे के मंत्री सीएम कमलनाथ पर बरस पड़े। कमलनाथ की तरफ से मंत्री सुखदेव पांसे ने मोर्चा संभाला। सीएम कमलनाथ भी नाराज हो गए। कुल मिलाकर मध्यप्रदेश कांग्रेस की राजनीति में कमलनाथ विरुद्ध ज्योतिरादित्य सिंधिया का खुला संघर्ष शुरू हो गया है।
बताया जा रहा है कि कैबिनेट मीटिंग में सरकारी कामकाज के अलावा तीखे शब्दबाणों की शुरूआत मंत्री प्रद्युम्न सिंह ने की। उन्होंने उच्च स्वर में कहा कि सुनिये सीएम साहब, ऐसे नही चलेगा। कमलनाथ के बचाव में मंत्री सुखदेव पांसे ने सिंधिया कोटे के मंत्री को मर्यादा में रहने की हिदायत दी तो सिंधिया कोटे के सभी मंत्री लामबंद हो गए। कमलनाथ ने भी स्पष्ट रूप से कहा कि 'मैं सब जानता हूं किसके कहने पर कर रहे हो' यहां 'किसके' से तात्पर्य ज्योतिरादित्य सिंधिया से माना जा रहा है।
टंटे की जड़ क्या है
मंत्रिमंडल में अभी 6 नए मंत्री लिए जाने की गुंजाइश है परंतु सीएम कमलनाथ चाहते हैं कि दिग्विजय सिंह और सिंधिया के कोटे से 2-2 मंत्रियों को हटाकर निर्दलीय विधायकों को मंत्री पद दे दिया जाए। बस यहीं से सब्र का बांध टूटना शुरू हुआ। ज्योतिरादित्य सिंधिया की मौजूदगी में भी मंत्रियों की डिनर पार्टी के बहाने मीटिंग हुई जिसमें मंत्रियों ने स्पष्ट रूप से कहा कि यदि किसी एक मंत्री का भी इस्तीफा मांगा गया तो सभी मंत्री इस्तीफा दे देंगे। मंत्रियों ने सिंधिया को यह भी बताया कि सीएम कमलनाथ उन्हे मिलने का समय तक नहीं दे रहे हैं। जान बूझकर उनके मंत्रालयों में ऐसे नौकरशाहों की नियुक्ति की जा रही है जो मंत्री नहीं मुख्यमंत्री की बात मानते हैं।