भोपाल। मध्यप्रदेश में तबादले सुर्खियों में हैं। बीती रात 18 आईएएस अफसरों के तबादले किए गए। चौंकाने वाली बात यह है कि तबादला आदेश जारी होने से पहले मप्र के आईएएस अधिकारियों के स्थानांतरण संबंधी प्रस्ताव बिना अनुमोदन के ही मीडिया में वायरल हो गया।
पदों के वितरण का आधार भी विवादित
आईएएस अफसरों के पदों के वितरण का आधार भी विवादित हो गया है। 15 से ज्यादा अधिकारियों का एक से अधिक बार तबादला किया गया है। एक जून को नगरीय विकास आयुक्त पद से हटाकर सागर कमिश्नर बनाए गए गुलशन बामरा का आदेश राज्य सरकार ने सात दिन में बदल दिया। सवाल इसलिए भी उठ रहा है कि शासन ने अवकाश वाले दिन तबादला सूची जारी की।
7 दिन से खाली है भोपाल कलेक्टर की कुर्सी
भोपाल कलेक्टर की कुर्सी पिछले 7 दिन से खाली है। यहां निगम कमिश्नर को कलेक्टर जैसे पद का प्रभार सौंप दिया गया है। बड़ी बात यह है कि सात दिन बाद शनिवार को जारी सूची में भी राजधानी भोपाल के कलेक्टर का नाम नहीं आया। राज्य सरकार इस मामले में कोई निर्णय नहीं कर पाई।