इंदौर। डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर मेमोरियल सोसायटी महू के अध्यक्ष भंते संघशील ने इंदौर स्थित वंदना नगर में अपने निवास पर बुधवार देर रात को फांसी लगाकर जान दे दी। उन्होंने एक सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें अपनी बीमारी और वृद्धावस्था के साथ ही सोसायटी में चल रही खींचतान का जिक्र किया है। भंते के साथियों ने सोसायटी के कुछ लोगों को उनकी मौत का जिम्मेदार ठहराया है।
पुलिस के अनुसार भंते संघशील (अरविंद वासनिक) ने घर में पंखे से लटक कर जान दे दी। परिजनों और साथियों के अनुसार वे सोसायटी में चल रही अंतर कलह से खासे परेशान थे। उन्हें सोसायटी के ही कुछ लोग अध्यक्ष पद छोड़ने के लिए धमका रहे थे। ऐसा नहीं करने पर वे लोग सोशल मीडिया पर भंते की ख्याति खराब करने के लिए एक अभियान भी चला रहे थे। इन सभी को लेकर वे काफी परेशान थे। परिजनों के अनुसार देररात वे अपने कमरे में बैठकर कुछ कर रहे थे। कुछ देर बाद वापस आए तो वे फंदे पर लटके मिले। उन्हें तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस को उनके पास से एक सुसाइड नोट मिला है।
साथियों का आरोप है कि कुछ लोग उनके खिलाफ अफवाह व भ्रामक खबरें फैलाकर अध्यक्ष पद से हटाना चाहते थे। भंते कई दिनों से अपनी बीमारी, वृद्धावस्था और सोसायटी में चल रही उठा पटक से काफी तनाव में थे। उनके खिलाफ अभियान चलाया जा रहा था कि वे बौध्द भिक्षुओं की तरह जीवन न जीते हुए गृहस्थ रहते हैं। इसकी के चलते उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन बाद में उन्हें फिर से अध्यक्ष बना दिया गया था। उनके पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है। पुलिस उसकी जांच कर रही है।