GOWAY INDIA के मालिक फरार, निवेशकों का पैसा डूबा, दूसरी FIR दर्ज

ग्रेटर नोएडा। KDM GROUP का प्रोजेक्ट GOWAY फेल हो गया। कंपनी ने निवेशकों से इसकी सफलता का वादा किया था। कहा था कि 1 साल में निवेश की रकम दोगुना हो जाएगी परंतु ऐसा नहीं हुआ। कंपनी संचालक फरार बताए जा रहे हैं। कासना कोतवाली पुलिस ने कंपनी के मालिक पति-पत्नी अनिल सेन व मीनू (ANIL SEN and MEENU SEN) के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है। आरोप है कि गो-वे कंपनी ने 17 हजार लोगों के साथ ठगी की है। इस कंपनी के खिलाफ 16 जून को बुलंदशहर की दीपेश शर्मा ने पहला मुकदमा दर्ज कराया था। 

जानकारी के मुताबिक, साइट-4 स्थित जेएनएस प्लाजा में केडीएम इंटरप्राइजेज ग्रुप (KDM ENTERPRISES GROUP) का कार्यालय है। कंपनी में निवेश करने वाली गाजियाबाद की अर्चना चौधरी ने बताया कि उन्होंने नवंबर 2018 में अपना व जानकारों का कुल 5 लाख, 58 हजार रुपये इस गो-वे कंपनी में लगाया था। रकम निवेश किए जाते समय गो-वे कंपनी के मालिक अनिल सेन ने दोगुना रुपये लौटाने का वादा किया था। आरोप है कि कंपनी ने निवेश के एक माह बाद ही किस्त देना बंद कर दिया। कासना कोतवाली पुलिस ने अर्चना चौधरी की तहरीर पर अनिल सेन, मीनू सेन और कुणाल सेन के खिलाफ ठगी का मामला दर्ज किया है।

जांच में सामने आया है कि गो-वे कंपनी के गूगल प्ले स्टोर पर 4 ऐप हैं, जिनके नाम गो-वे ड्राइवर, गो-वे इंडिया, टेस्टिंग ड्राइवर और टेस्टिंग राइडर ऐप हैं। इनका स्वामित्व केडीएम ग्रुप के पास है। बताया जा रहा है कि इन ऐप के माध्यम से ई स्कूटर का किराया 4 रुपये प्रति किलोमीटर रखा गया था। कंपनी का यह किराया बाइक बोट कंपनी से भी 2 रुपये प्रति किलोमीटर कम है। इतना ही नहीं कंपनी ने महिला यात्रियों के लिए महिला चालक वाले स्कूटर उपलब्ध कराने व दिव्यांगों को मुफ्त सुविधा प्रदान किए जाने का भी लालच दिया गया था।

---
गाजियाबाद की अर्चना चौधरी गो-वे कंपनी की निवेशक हैं। उनकी लिखित शिकायत के आधार पर कंपनी के खिलाफ दूसरा केस दर्ज किया गया है। आरोपितों की तलाश की जा रही है। 
विनीत जायसवाल, एसपी देहात
Tags

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!