लोग ATM कार्ड को चेक से अलग समझते हैं। वो अपना ATM कार्ड यूज करने के लिए किसी भी परिवार या मित्र को दे देते हैं। पिता बेटे को पैसे निकालने के लिए कार्ड दे देता है। पति अपनी पत्नी का ATM कार्ड यूज करता है परंतु क्या आप जानते हैं, यह काफी रिस्की है। बेंगलुरु के एक दंपत्ति को इसके कारण 4 साल तक परेशान होना पड़ा और अंत में नुक्सान तो हुआ ही बदनामी हुई सो अलग।
नियम क्या कहते हैं
दरअसल होता कुछ यूं है कि कभी-कभी ATM स पैसे निकालने पर कुछ तकनीकी खराबी की वजह से एकाउंट स तो पैसा कट जाता है, लेकिन मशीन से कैश नहीं निकलता। ये एक प्रकार की तकनीकी खराबी है। इससे कभी – कभी एकाउंट में 2-3 दिन में पैसे आ जाते हैं। अगर नहीं आए तो फिर बैंक जाकर शिकायत करनी पड़ती है। तब जाकर कहीं मामला सुलझता है। लेकिन अगर बैंक से भी समाधान नहीं मिला और आपने दूसरे का कार्ड इस्तेमाल किया है तो फिर आप फंस सकते हैं। कुछ ऐसी ही एक सच्ची घटना बेंगलुरु में घटित हुई।
बेंगलुरु में क्या हुआ था
फाइनेंशियल एक्सप्रेस के मुताबिक, बेंगलुरु में पत्नी ने पैसे निकालने के लिए पति को ATM कार्ड दे दिया। पति ATM से पैसे निकालने गया, जम मशीन में कार्ड को स्वाइप किया तो एकाउंट से तो पैसे कट गए, लेकिन मशीन से कैश नहीं निकला। 2-3 दिन तक इंतजार करने के बाद जब एकाउंट में पैसे नही आए तो बैंक में शिकायत दर्ज करा दी। बैंक ने इस शिकायत को खारिज कर दिया। इसके बाद दंपति ने कंज्यूमर फोरम (उपभोक्ता न्यायालय) का रूख किया। तकरीबन चार वर्षों की सुनवाई के बाद अदालत ने दंपति के खिलाफ फैसला सुनाया। अदालत का कहना था कि ATM कार्ड का इस्तेमाल करने का अधिकार केवल खाता धारक को है।
आपको क्या करना चाहिए
अदालत से ऐसा फैसला आने पर अब आपको भी सावधानी बरतने की जरूरत है। सबसे पहले तो डेबिट कार्ड किसी को भी न दें। यदि किसी को पैसे देना है तो उसके एकाउंट में ट्रांसफर कर दें। अगर यह भी संभन न हो तो बेहतर है कि चेक दे दो ताकि बैंक से कैश निकल सके। बैंक जाने पर थोड़ा परेशानी हो सकती है, लेकिन बैंक बेहतकर विकल्प है। कभी भी अपने घर- परिवार में किसी को भी अपना पिन नंबर न दें और पिन नंबर को न ही कहीं पर लिखें। इसे हमेशा याद रखें। यदि आपकी जानकारी के बगैर एकाउंट से पैसे कट जाए तो तुरंत बैंक को सूचित करें।