खंडवा। पूर्व एल्डरमैन, आरटीआई कार्यकर्ता व बजाज आलियांज के एजेंट जगन्नाथ माने की जहर के कारण मौत हो गई। उनके पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है जिसमें पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस, तत्कालीन कलेक्टर अभिषेक सहित शहर के कई रसूखदार लोगों के नाम शामिल हैं। सुसाइड नोट में सट्टा किंग रितेश गोयल और तत्कालीन सीएसपी शेषनारायण तिवारी का नाम भी प्रताड़ना देने वालों में लिखा गया है।श्री माने पिछले सात महीने से जेल में थे। सुप्रीम कोर्ट से उन्हे जमानत मिली थी।
किन लोगों ने माने के खिलाफ केस दर्ज कराए थे
लगभग सात माह पहले जगन्नाथ माने पर बीज विक्रेता उमेश मिश्रा ने ब्लैकमेलिंग का केस दर्ज कराया था। इसके बाद माने के खिलाफ कालोनाइजर बलराम गोलानी, स्कूल संचालक पवन अग्रवाल, पेट्रोल पम्प व्यवसायी प्रकाश नरेड़ी, व्यापारी रणधीर जांगिड़, रमनीत सलूजा ने भी केस दर्ज कराया था।
ब्लैकमेलिंग में बजाज कंपनी के लिए बीमा करवाते थे माने
माने को लगभग सात माह जेल में रहने के बाद हाल ही में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली थी। माने पर आरटीआई के तहत जानकारी निकालने के बाद बजाज कंपनी के लिए बीमा करने के लिए दबाव बनाने का आरोप था।
पहले महिला कर्मचारी ने जहर पिया फिर माने ने भी पी लिया
जेल से बाहर आने के बाद रविवार को बजाज कंपनी की ही एक कर्मचारी कविता यादव ने भी उस पर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए जहर पी लिया। उसे गंभीर अवस्था में जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है। इसके बाद सोमवार सुबह को माने ने भी जहर खा लिया। उसे गंभीर अवस्था में जिला अस्पताल ले जाया गया। यहां कुछ देर बाद ही उसकी मौत हो गई। इस घटनाक्रम के बाद उसका पांच पेज का सुसाइड नोट पुलिस ने जब्त किया है।
सुसाइड नोट में इन लोगों के नाम
इसमें बजाज कंपनी के मैनेजर अजय सिंह सिसौदिया सहित अन्य कई रसूखदारों के नाम लिखकर उसने प्रताड़ना का आरोप लगाया है। पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस द्वारा प्रशासन पर दबाव बनाकर कार्रवाई करने क उल्लेख सुसाइड नोट में किया है। इसमें पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस, खंडवा के तत्कालीन कलेक्टर अभिषेक सिंह, पूर्व सीएसपी शेषनारायण तिवारी, कॉलोनाइजर उमेश मिश्रा सहित कई लोगों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है।
सुसाइड नाेट में उन्होंने लिखा-
अब मैं इनकी प्रताड़ना से इतना तंग आ गया हूं कि जीना नहीं चाहता हूं। एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने कहा कि मामले की जांच की जाएगी। माने के खिलाफ पूर्व में 7 अपराध दर्ज हुए थे। सुसाइड नोट में प्रताड़ना का मामला लिखा गया है। किस तरह की प्रताड़ना से परेशान थे यह तो कॉल डिटेल व बयानों के बयान ही सामने आएगा।
सुसाइड नोट में इन लोगों के भी नाम :
बलराम गोलानी, रणधीर जांगिड़, व्यवसायी रमनीत सलूजा, पेट्रोल पंप व्यवसायी प्रकाश नरेड़ी, स्कूल संचालक पवन अग्रवाल, सिकरवार, रितेश गोयल, खदान संचालक छगन एतालकर, गोपाल एतालकर, रमेश एतालकर, बजाज आलियांज के प्रबंधक अजयसिंह सिसोदिया, सेल्स मैनेजर कविता यादव निवासी बुरहानपुर पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है।