भोपाल। जबलपुर के नजदीक नरसिंहपुर जिले के शहर गोटेगांव में अचानक बाढ़ के हालात बन गए। रानी अवंतीबाई बरगी सागर नहर परियोजना की मुख्य नहर लाठगांव-चंदलौन के बीच चिरचिटा डेम के पास फूट गई, जिससे इलाके में अचानक पानी भरना शुरू हो गया। मंगलवार दोपहर से हालात बिगड़ना शुरू हुए। फसलें डूब गईं हैं। घटना की सूचना लगते ही कलेक्टर, एसपी, एसडीएम सहित तमाम अधिकारी मौके पर पहुंचे और बरगी डेम को सूचना देकर छोड़े जा रहे पानी को बंद कराया। वहीं नहर के पानी को सनेर नदी में भेजने मार्ग बनाया। नहर फूटने से गोटेगांव सहित लाठगांव, सर्रा, टपरिया, तिघरा, छिंदौरी, रहली, आंखीबाड़ा क्षेत्र में प्रशासन ने सुरक्षा के लिए अलर्ट जारी किया है।
4 घरों में पानी भर गया, ग्रामीणों को रेस्क्यू किया गया
मुख्य नहर के फूटने की खबर दोपहर में जैसे ही किसानों को लगी तो आसपास के किसानों की मौके पर भीड़ जमा हो गई। तेज रफ्तार से बहता पानी खेतों में भरने लगा और मूंग-उड़द, प्याज सहित अन्य फसलें देखते ही देखते जलमग्न हो गईं। वहीं चिरचिटा, सर्रा के पास स्थित 4 मकानों में भी पानी भर गया, जिसे घर के लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने कार्रवाई की गई।
8 गांव खाली कराए जा रहे हैं
सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे कलेक्टर दीपक सक्सेना, पुलिस अधीक्षक डॉ. गुरूकरन सिंह ने प्रभावित गांवों का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को ऐहतियाती कदम उठाने और पूरे समय मुस्तैद रहने हिदायत दी। कलेक्टर ने कहा कि हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है कि लोगों कोई नुकसान न हो, तत्परता से राहत दिलाएं। बरगी नहर के तटवर्ती निचले इलाकों में पानी बढ़ने से लाठगांव, सर्रा, टपरिया, तिघरा, छिंदौरी, गोटेगांव, रहली, आंखीबाड़ा में मुनादी कर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के प्रबंध किए जा रहे हैं। कलेक्टर ने तहसीलदार को प्रभावित क्षेत्र में लोगों को सतर्क करने तहसीलदार से कर्मी नियुक्त करने और मुनादी कराने निर्देश दिए हैं।
किसानों ने कहा-करीब 40-50 फुट चौड़ी खाई
क्षेत्रीय किसानों का कहना है कि नहर फूटने से करीब 40-50 फुट चौड़ी खाई के रास्ते से पानी बह रहा है। पानी की रफ्तार इतनी अधिक है कि आसपास के कई खेत जलमग्न हो गए हैं और लोग अपनी घर-गृहस्थी का जरूरी सामान समेटकर सुरक्षित स्थानों के लिए जा रहे हैं। प्रशासन ने भी कहा है कि तटवर्ती क्षेत्र के गांवों में पानी का बहाव अगले 4 घंटों में और बढ़ सकता है, जिससे लोग सतर्क रहें।
किसान दयाल सिंह ने बताया कि नहर फूटने से मूंग, उड़द, प्याज सहित कई सब्जियों की फसलें खराब हो गई हैं। खेतों में पानी भरा है और यदि डेम से पानी रोक भी दिया गया है तो जो पानी खेतों में जमा है, उसे निकलने में वक्त लगेगा। किसानों की फसलें अधिक सड़ जाएंगी। नहर के कारण पहले भी पचासों किसानों को नुकसान हो चुका है, नहरें हर जगह बद्हाल हैं।
नहर फूटने से रेलवे अंडरब्रिज के पास और नगरीय क्षेत्र के चमेली नाला, यमना नाला, लाठगांव नाला में पानी बढ़ेगा, जिससे तटवर्ती क्षेत्र के लोगों को सुरक्षा के लिए अलर्ट कराया है कि वह सुरक्षित स्थान पर पहुंचें। नहर फूटने से करीब 50 हेक्टेयर क्षेत्र में पानी भरा है। लोगों को सतर्क किया जा रहा है।