भोपाल। एक्जिट पोल की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि विधानसभा चुनाव के समय भी एग्जिट पोल कांग्रेस को हारा हुआ दिखा रहे थे, परिणाम सभी ने देखे हैं। कांग्रेस के कुछ नेताओं इन 'एक्जिट पोल" को 'एक्जेक्ट" यानी सही मानने से इनकार कर दिया है।
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि जिस तरह से एक्जिट पोल में संख्या दिखाई जा रही है, वह असंभव है। मुख्यमंत्री नाथ ने एग्जिट पोल के बाद ट्वीट करते हुए कहा कि 2004 में भी एग्जिट पोल देखे थे और 2018 के पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में भी इन्हें देखा। सब एग्जिट पोल कांग्रेस की हार दिखा रहे थे। मगर परिणाम आए तो सभी ने देखे। नाथ ने 23 मई का इंतजार करने की सलाह दी और कहा कि उस दिन हकीकत सबके सामने आ जाएगी। कांग्रेस की सीटें निश्चित रूप से बढ़ेंगी और भाजपा के नारों-जुमलों की हकीकत सामने आ जाएगी।
एग्जिट पोल गलत साबित होंगे
प्रदेश कांग्रेस के संगठन प्रभारी उपाध्यक्ष चंद्रप्रभाष शेखर का कहना है कि प्रदेश में कांग्रेस की 29 में से 22 सीटें आएंगी। एक्जिट पोल में कांग्रेस की जीत वाली सीटों की संख्या को शेखर ने गलत बताया है। उन्होंने असहमति जताते हुए कहा है कि कांग्रेस को व्यापक समर्थन मिला है। 23 मई को नतीजे घोषित होने पर जो संख्या आएगी, उससे एक्जिट पोल गलत साबित होंगे।
परिवर्तन जरूर होगा
प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के प्रशासन प्रभारी महामंत्री राजीव सिंह ने कहा है कि एक्जिट पोल एक्जेक्ट नहीं हैं। देश और प्रदेश में लोकसभा चुनाव में परिवर्तन की संभावनाएं दिखाई दे रही थीं और 23 मई को आने वाले नतीजों से यह स्पष्ट हो जाएगा। मध्यप्रदेश में 22 सीटें कांग्रेस जीतेगी। वहीं, पीसीसी अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने कहा कि एग्जिट पोल की सत्यता 23 मई को सामने आ जाएगी। नरेंद्र मोदी और भाजपा की 23 मई को विदाई तय है। केंद्र में राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनेगी।