क्या वाकई संकट में है कमलनाथ सरकार, या चलेगी आखरी चाल | MP NEWS

भोपाल। लोकसभा चुनाव 2019 के एग्जिट पोल के नतीजों के बाद बीजेपी ने मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार के अल्पमत में होने के आरोप लगाए हैं। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने राज्यपाल को चिट्ठी लिखकर सत्र बुलाने की मांग की है। इसके साथ ही एक बार फिर कमलनाथ सरकार की मजबूती का आंकलन शुरू हो गया है। सवाल यह है कि भाजपा के पास ऐसा क्या है जो वो 109 से 116 पर आ जाएगी। सवाल यह भी है कि क्या सीएम कमलनाथ अपनी सरकार बचाने के लिए वो आखरी दांव भी खेल जाएंगे जो अब तक उन्होंने बचाकर खा था। 

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस ने सपा और बसपा के समर्थन से सरकार बना ली थी। कांग्रेस को कुल 114, बसपा को 2 और सपा को 1 सीटें मिली थीं। इनके अलावा निर्दलीय विधायकों की संख्या भी 4 है। इन सभी के समर्थन से कमलनाथ ने सरकार बनाई थी लेकिन सपा-बसपा और किसी भी निर्दलीय विधायक को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया था। 

इसी मौके ​लिए रुका हुआ था मंत्रीमंडल विस्तार
कहा जा रहा है कि कमलनाथ ने इसी अवसर के लिए अपना आखरी दांव बचाकर रखा था। अब सीएम कमलनाथ मंत्रीमंडल का विस्तार कर सकते हैं। इस विस्तार में बसपा, सपा और निर्दलीयोंं के अलावा कांग्रेस के उन 8 असंतुष्ट विधायकों को भी संतुष्ट करने की कोशिश की जा सकती है जो नाराज चल रहे हैं। 

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