ADHYAPAK SAMACHAR | 85 हजार अध्यापकों का वेतन फिर अटक गया

भोपाल। जनजातीय कार्य विकास विभाग के अधीन आने वाले स्कूलों के अध्यापकों की परेशानी कम नहीं हाे रही है। इन अध्यापकों काे मई में मिलने वाली अप्रैल की सैलरी अभी तक नहीं मिली है। पिछले महीने भी इन्हें मार्च का वेतन 20 अप्रैल के बाद मिल सका था। सैलरी मिलने में बार-बार आ रही अड़चन से परेशान अध्यापकों ने कहा है कि यदि सैलरी जल्द नहीं मिली ताे मंत्रालय में प्रमुख सचिव से मिलेंगे।

विभाग के तहत 89 विकासखंड के स्कूलों में 85 हजार अध्यापक पदस्थ हैं। आजाद अध्यापक संघ के कार्यकारी अध्यक्ष शिवराज वर्मा का कहना है कि बजट आवंटन की वजह से अध्यापकों काे वेतन नहीं मिल पा रहा है। मार्च का वेतन भी 23 दिन बाद दिया गया। विभाग के संयुक्त संचालक वित्त ने 32 अप्रैल काे आदेश जारी कर 200 कराेड़ आवंटित किए थे। इस बार मई के आठ दिन बीत गए। गुरुवार- शुक्रवार छाेड़कर दाे दिन का अवकाश रहेगा। विभाग यदि तीन दिन में आदेश जारी नहीं करेगा ताे विभागीय प्रमुख सचिव और वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव से मिलकर समस्या का स्थाई समाधान करने के लिए पक्ष रखा जाएगा।

यहां भी नहीं मिली तनख्वाह
सेडमैप कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अनिल वाजपेयी ने बताया कि उद्यमिता विकास केंद्र के कर्मचारियों को पिछले छह महीने से वेतन नहीं मिला है। ऐसे में उनको परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।  

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