नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव अभियान के दौरान भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कई बार स्पष्ट रूप से कहा था कि इस बार सरकार बनते ही कश्मीर से अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35ए हटा दिया जाएगा। अब जबकि भाजपा को पूर्ण बहुमत मिल गया तो जम्मू कश्मीर में सक्रिय संगठन नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने शुक्रवार को पाकिस्तान के साथ दोस्ती पर जोर देते हुए कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी चाहे जितने भी ताकतवर क्यों न हों, वह जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35ए को नहीं हटा सकते।
श्रीनगर संसदीय सीट से चुनाव जीतने के बाद शुक्रवार को जम्मू पहुंचे डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने पत्रकारों से चर्चा में कहा कि लोकसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत मिलने के बाद भी पीएम नरेंद्र मोदी अनुच्छेद 370 को नहीं हटा सकते। उन्होंने कहा कि यहां बहुत से मुद्दे हैं, पहले उन्हें हल करना जरूरी है। कांग्रेस को मिली करारी हार और राहुल गांधी की राष्ट्रीय सियासत में प्रासंगिकता संबंधी सवाल पर उन्होंने कहा कि हार-जीत तो जिंदगी का एक हिस्सा हैं। पांच साल बाद राहुल गांधी एक जोरदार वापसी करेंगे। आप यह न सोचें कि अमेठी की जनता उन्हें भूल जाएगी।
अमित शाह ने क्या कहा था
शिमला में सभा को संबोधित करते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने 12 मई 2019 को कहा कि अगर नरेंद्र मोदी फिर से प्रधानमंत्री चुने जाते हैं तो कश्मीर को विशेष शक्तियां देने वाले अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया जाएगा। नैशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला की कश्मीर के लिए अलग प्रधानमंत्री की मांग वाली टिप्पणी पर तीखा हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। शाह ने लोगों से पूछा, 'क्या एक देश में दो प्रधानमंत्री होने चाहिए?' बीजेपी ने राष्ट्र को मोदी दिया और तब से देश की सुरक्षा मजबूत हुई है।