भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ (73) को छिन्दवाड़ा विधानसभा सीट से उपचुनाव में टक्कर देने के लिए भाजपा ने नये चेहरे विवेक बंटी साहू (38) को मैदान में उतारा है। विवेक बंटी साहू की अब तक की उपलब्धि यह है कि वो भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष रहे हैं। सरल शब्दों में कहें तो नकुल नाथ के बाद भाजपा ने कमल नाथ के सामने भी डमी कैंडिडेट उतार दिया है।
नकुल नाथ के सामने नत्थन शाह
कमल नाथ के बेटे नकुल नाथ (44) के खिलाफ छिन्दवाड़ा लोकसभा सीट से भाजपा ने पूर्व विधायक नत्थन शाह को अपना प्रत्याशी बनाया है। इन्हे भाजपा ने छिंदवाड़ा का आदिवासी चेहरा माना है जबकि छिंदवाड़ा के लोगों का कहना है कि नत्थन शाह की क्षेत्र में जमीनी पकड़ ही नहीं है। आरएसएस के कार्यक्रमों में जरूर नत्थन शाह नियमित रूप से शामिल होते रहे हैं। हालांकि छिंदवाड़ा लोकसभा में आरक्षित जातियों के वोट प्रभावी संख्या में हैं, परंतु समस्या यह है कि नत्थन शाह ने कभी जातिवाद की राजनीति ही नहीं की। यहां गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के संस्थापक मनमोहन शाह बट्टी हैं।
बड़ा सवाल: क्या कमलनाथ से आंख मिला पाएंगे विवेक साहू
सबसे बड़ा सवाल यह है कि जिसे विवेक बंटी साहू को भाजपा कमलनाथ 73 के सामने 38 वर्षीय युवा चेहरा बता रही है, उसकी पहचान छिंदवाड़ा में युवातुर्क की है ही नहीं। विवेक साहू की सक्रियता भी इतनी ही है कि वो पार्टी के कार्यक्रमों में नियमित रूप से शामिल होते रहे हैं। एक बार शिवराज सिंह से मिलने का अवसर मिला था। सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या विवेक साहू कमलनाथ से आंख मिला पाएंगे। क्या वो चुनावी मंच से कमलनाथ को चुनौती दे पाएंगे। हालात यह हैं कि टिकट फाइनल होने के 4 घंटे बाद तक फेसबुक पर विवेक साहू को बधाई देने वालों की संख्या एक दर्जन से ज्यादा नहीं थी, जबकि भाजपा इन दिनों सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा सक्रिय है।