इंदौर। 40 साल से इंदौर की चाबी कमर में सजाकर घूम रहीं सुमित्रा महाजन ने अंतत: हथियार डाले दिए। उन्होंने चुनावी राजनीति से रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया है। शुक्रवार (5 अप्रैल) को इंदौर में उन्होंने मीडिया को एक पत्र भेजा है। इसमें उन्होंने कहा है कि मेरे टिकट को लेकर पार्टी असमंजस में है, इसलिए मैं चुनाव न लड़ने की घोषणा कर रही हूं। अब मैं चुनाव नहीं लडूंगी, पार्टी जिसे चाहे इंदौर से टिकट दे दे।
बता दें कि भाजपा के अधिकृत प्रत्याशियों की 14 लिस्टें जारी हो चुकीं हैं परंतु सुमित्रा महाजन का नाम नहीं था। विधानसभा चुनाव के समय जब ताई ने अपने बेटे मंदार महाजन के लिए टिकट मांगा तो उनके सामने शर्त रखी गई थी कि यदि मंदार को टिकट दिला तो उनका लोकसभा टिकट कट जाएगा। इसके चलते ताई ने मंदार का नाम वापस ले लिया। अब जब लोकसभा चुनाव की बारी आई तो फार्मूला 75 के नाम पर 80 वर्षीय ताई का टिकट काट दिया गया।
भोपाल समाचार ने खुलासा किया था
बता दें कि सुमित्रा महाजन के टिकट कटने का खुलासा सबसे पहले भोपाल समाचार ने किया था। तत्समय लोगों को इस खबर पर विश्वास नहीं हुआ था। इंदौर में सुमित्रा महाजन ने चुनावी ताल ठोक दी थी। यहां तक कि उन्होंने जनसंपर्क तक शुरू कर दिया था। भाजपा प्रत्याशियों की लिस्ट जारी होतीं गईं और लोगों को भोपाल समाचार की खबर पर भरोसा होता गया। अंतत: आज वो खबर प्रमाणित हो गई।
ये है वो खबर जो सबसे पहले छपी
सुमित्रा ताई का टिकट कटना तय, इंदौर में भाजपा से नए नाम की तलाश (संभव है http://m.bhopalsamachar.com पर यह खबर दिखाई ना दे, कृपया डेस्कटॉप पर देखें या फिर यूआरएल में से m. हटाकर देखें।)