भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव (assembly elections) 2018 के प्रचार के दौरान कांग्रेस के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष, अब मुख्यमंत्री कमलनाथ (KAMAL NATH) ने घोषणा की थी कि अगर कांग्रेस की सरकार बनती है तो 2008 से 2018 तक हुई व्यापमं, पीईटी, डीमैट (Occupation, PET, Demat) सहित विवादों में रही अन्य परीक्षाओं की फीस छात्रों (STUDENTS EXAM FEES) को लौटाई जाएगी। ऐसे करीब 15 लाख छात्र हैं। कांग्रेस यह वचन देती है। सरकार ने अब तक इस वचन को पूरा करने की प्रक्रिया पर कोई काम नहीं किया है। यहां तक की कमेटी भी नहीं बनाई है। 15 लाख उम्मीदवार आज भी उम्मीद लगाए बैठे हैं।
देश में सबसे महंगी VYAPAM EXAMS
पीईबी के समान अन्य सरकारी एजेंसियां भी भर्ती परीक्षा कराती हैं। उनकी फीस पीईबी की तुलना में कम रहती है और परीक्षा व परिणाम को लेकर कभी-कभार ही विवाद उठता है। बोर्ड द्वारा वसूली जा रही एग्जाम फीस को लेकर उम्मीदवारों का कहना है कि हम तो पहले से ही बेरोजगार हैं। बेरोजगार अपना कॅरियर बनाने के लिए नए कोर्स में दाखिला लेने और नौकरी हासिल करने बोर्ड की परीक्षा में आवेदन करते हैं लेकिन उसके द्वारा वसूली जा रही फीस हम पर आर्थिक बोझ है। दूसरी तरफ रेलवे, बैंक, कर्मचारी चयन आयोग सहित अन्य संस्थान कम परीक्षा शुल्क लेते हैं।
PEB कितनी फीस लेती है
कांस्टेबल सामान्य-500 रु, एससी, एसटी, ओबीसी-250 रु.
सब-इंस्पेक्टर सामान्य-500 रु, एससी, एसटी, ओबीसी-250 रु
ग्रुप सी-डी सामान्य-500 रु, एससी, एसटी, ओबीसी-250 रु
UPSC की फीस कितनी है
सामान्य, ओबीसी -100 रु, एससी, एसटी, महिला - 0
सामान्य, ओबीसी -100 रु, एससी, एसटी, महिला - 0
सामान्य, ओबीसी -100 रु, एससी, एसटी, महिला - 0
SSC का फीस चार्ट
सामान्य, ओबीसी -100 रु, एससी, एसटी, महिला - 0
सामान्य, ओबीसी -100 रु, एससी, एसटी, महिला - 0
सामान्य, ओबीसी -100 रु, एससी, एसटी, महिला - 0