INDORE: भाजपा नेताओं को चंदा देने वाले बिल्डर की सरेआम हत्या | MP NEWS

इंदौर। बिल्डर, तेल कारोबारी एवं कमोडिटी कारोबारी संदीप सोहनलाल अग्रवाल उर्फ संदीप तेल ( BUILDER SANDEEP AGRAWAL) की बुधवार शाम 7 बजे विजय नगर थाने से करीब 150 मीटर दूर तीन बदमाशों ने गोलियां मारकर हत्या कर दी। बदमाश एक कार से आए, ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं और आसानी से निकल गए फिर लौटकर आए और 2 गोलियां मारीं ताकि जिंदा बचने की संभावना ना हो। अग्रवाल को गंभीर हालत में बॉम्बे हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां उनकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि संदीप का एसआर केबल में पार्टनरशिपिंग को लेकर विवाद था इसके अलावा संदीप अग्रवाल के कई भाजपा नेताओं से भी अच्छे संबंध थे। वो भाजपा नेताओं को बड़ा चंदा देता था। 

क्या हुआ घटनाक्रम
एसपी पूर्व अवधेश गोस्वामी ने बताया कि हत्या जी. सच्चानंद शोरूम के सामने हुई। एक गोली संदीप के चेहरे पर, दूसरी गर्दन के पास, तीसरी पसली, चौथी व पांचवीं गोली पैर में लगी। गोली लगते ही वह कार ड्राइवर सीट वाले गेट के पास जमीन पर गिर गए। इसके बाद बदमाश कट्टे व पिस्टल लहराते हुए पहले सड़क की ओर भागे फिर वापस एक बदमाश लौटा और दो गोलियां और दागीं। वहीं पुलिस अधिकारी तीन गोली लगना बता रहे हैं। 

क्या 19 करोड़ का विवाद हत्या की वजह
बताया जा रहा है कि एसआर केबल में संदीप ने 20 करोड़ रु. लगाए थे। पार्टनरों से विवाद के बाद वे अलग हो गए थे। उनके इसमें करीब 19 करोड़ रुपए फंसे थे। केबल विवाद के चलते परिवार के कहने पर संदीप ने दो बाउंसर साथ रखे थे। करीब दो माह पूर्व ही संदीप ने उन्हें हटा दिया था और अकेले ही घूमने लगे थे। 

SR CABLE में 20 करोड़ का निवेश किया था 
संदीप का तेल, प्रॉपर्टी, ब्याज पर रुपए चलाने और कमोडिटी का कारोबार है। कम समय में ही एक युवा कारोबारी की पहचान बनाकर वह मीडिया लाइन में भी जुड़ गए थे। कुछ समय पूर्व उन्होंने एसआर केबल में रोहित सेठी और सुशील बजाज के साथ पार्टनशिप कर ली थी। बताते हैं इसमें 20 करोड़ का निवेश कर चुके थे, लेकिन कुछ माह पूर्व पार्टनरों से हुए विवाद के बाद वे केबल लाइन से अलग हो गए थे। बताते हैं उनका पार्टनरों से कागज पर सेटलमेंट हो गया था, लेकिन करीब 19 करोड़ नहीं मिले थे। इसे लेकर पार्टनरों से विवाद चल रहा था। ये बात पुलिस को परिजन ने बताई है। पुलिस पार्टनरों की भूमिका भी जांच रही है। 

शीर्ष पुलिस अफसर के फेयरवेल में साजिश की बात 
शहर के एक बड़े पुलिस अफसर के तबादले के बाद उनकी फेयरवेल पार्टी, जो होटल मेरियट में आयोजित हुई थी, उसमें संदीप के कुछ विरोधी भी पुलिस अफसरों के साथ मौजूद थे। बताते हैं इस पार्टी में ही कुछ गुंडा प्रवृत्ति के लोग भी गोपनीय ढंग से पहुंचे थे और यहीं पर संदीप पर हमले की साजिश रच ली गई थी, लेकिन अफसरों को इसकी जानकारी थी या नहीं ये भी एक बड़ा सवाल है। 

कई भाजपा नेताओं के बड़े फाइनेंसर थे संदीप 
संदीप के बारे में कहा जाता है कि उसके कई भाजपा नेताओं से घनिष्ट संबंध थे। वह कई नेताओं के लिए चुनाव व अन्य कार्यक्रमों में फंडिंग भी करते रहे हैं। उनके भाजपा के राष्ट्रीय स्तर के कई बड़े नेताओं से भी सीधे संपर्क थे। 

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !