VIDISHA में बनेगा ADVENTURE ZONE, 15 से ज्यादा जिलों के पर्यटक आएंगे | MP NEWS

विदिशा। बीना-भोपाल RAILWAY LINE पर बना विदिशा शहर वैसे तो 1857 में भेलसा के नाम से काफी लोकप्रिय था परंतु इस बार यह शहर पर्यटन ( Tourism ) के लिए प्रसिद्ध होने जा रहा है। यहां के ऐतिहासिक उदयगिरि क्षेत्र में ईको और एडवेंचर जोन ( Eco and adventure zones ) बनाया जा रहा है। इसके बाद यह शहर आसपास के 15 से ज्यादा जिलों के लोगों के लिए सबसे मजेदार पिकनिक स्पॉट ( Picnic spot ) होगा। 

यहां पर आने वाले पर्यटक ऐतिहासिक पुरातत्व धरोहरों ( Tourist Historical Archaeological Heritage ) के साथ-साथ प्रकृति के विभिन्न खूबसूरत रूपों से रूबरू हो सकेंगे। मप्र ईको टूरिज्म बोर्ड के माध्यम से उदयगिरि स्थित वन क्षेत्र को ईको टूरिज्म डेस्टिनेशन के रूप में विकसित कर रहा है। इसकी तैयारी भी जोरों पर चल रही हैं। वन विभाग की निगरानी में यहां पर वन क्षेत्र में सौंदर्यीकरण सहित अन्य विकास कार्य किए जा रहे हैं। उदयगिरि वन क्षेत्र में प्रवेश करते ही रोमांचित कर देने वाला वातावरण पर्यटकों को देखने को मिलेगा। वराह की प्रतिकृति के आकार का प्रवेश द्वार पर्यटकों का स्वागत करेगा। 

मप्र ईको टूरिज्म बोर्ड के माध्यम से उदयगिरि वन क्षेत्र को विकसित करने के लिए वृहद स्तर पर कार्य योजना तैयार की गई है। इस कार्ययोजना के तहत उदयगिरि वन क्षेत्र के करीब 16 हेक्टेयर एरिया को विकसित किया जा रहा है। इसमें मुख्य रूप से भूलभूलैया, बैंबू पाथ-वे, बटरफ्लाइ जोन, पक्षियों के प्राकृतिक आवास, वॉच टावर, अनेक औषधीय और दुर्लभ प्रजाति के पौधे देखे जा सकेंगे। ईको पर्यटन विकास निगम और वन विभाग इस क्षेत्र को डेवलप कर रहा है। कार्य योजना को अंजाम देने के लिए पर्यटन विकास निगम ने वन विभाग को शुरुआती 75 लाख रुपए का बजट जारी कर दिया है। 

एडवेंचर जोन में जंगल के ऊपर बनेगा झूलेदार मार्ग / A swing path will be built on the forest in the adventure zone,

यहां पर एक एडवेंचर जोन भी बनाया जा रहा है। इस एडवेंचर जोन में पर्यटकों को रोमांचक सफर का आनंद उठाने को मिलेगा। करीब 15 फीट ऊंचाई पर झूलेदार ट्री केनोपी पाथ वे बनाया जाएगा। इस ऊंचाई पर चलकर पर्यटक नीचे और आसपास के वन क्षेत्र का बेहतर तरीके से देख सकेंगे। तीरंदाजी का शोक रखने वालों के लिए जगह तैयार की जा रही है। वन विभाग के डीएफओ एचसी गुप्ता ने बताया कि कार्य पूरा होने के बाद उदयगिरि में पर्यटकों की संख्या में काफी इजाफा होगा। 

इन खास बिंदुओं पर होगा वन क्षेत्र का विकास / These special points will be the development of the forest area

ईको टूरिज्म डेस्टिनेशन ( Eco Tourism Destination ) के प्रोजेक्ट के तहत उदयगिरि वन क्षेत्र ( Udayagiri forest area ) में एक एजुकेशनल सेंटर ( Educational Center ) भी बनेगा।
यहां पर विद्यार्थियों को वाइल्ड लाइफ और फारेस्ट के संबंध में जरूरी जानकारियों के लिए डिस्पले बोर्ड लगाए जाएंगे।
उदयगिरि वन क्षेत्र के हरे भरे वातावरण में छह किलोमीटर का एक नेचुरल ट्रेल (प्राकृतिक पथ) भी डेवलप किया जा रहा है। 
इस पाथ वे इस तरह तैयार किया जा रहा है कि पर्यावरण प्रेमी वन क्षेत्र के हर हिस्से तक पहुंच सकेंगे। 
वन क्षेत्र से जुड़े शोध करने वाले विद्यार्थियों के लिए सेंटर बनाया जाएगा। 
वराह के आकार का विशाल प्रवेश द्वार पर्यटकों को आकर्षि करने के लिए लगाया जाएगा।
परिवार के साथ मनोरंजन के लिए आने वाले पर्यटकों के लिए झूले, फिसलपट्टी व आराम के लिए क्षेत्र। 
27 नक्षत्रों के 27 पौधे। हर पौधे की विशेषता बताने वाले बोर्ड लगाए जाएंगे।
पर्यटकों को जानकारी देने के लिए 7 से 8 गाइड भी रहेंगे।
ईको टूरिज्म डेस्टिनेशन तैयार होने के बाद पर्यटकों को यहां आने पर न्यूनतम शुल्क देना होगा।

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