मध्यप्रदेश में परित्यक्ता शब्द प्रतिबंधित, दस्तावेजों से हटाए जाएंगे | MP NEWS

भोपाल। महिला बाल विकास मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा है कि प्रदेश में सरकारी योजनाओं से परित्यक्ता जैसे शब्द हटाए जाएंगे और उनके स्थान पर उपयुक्त गरिमामय शब्द को प्रचलन में लाया जाएगा। उन्होंने कहा की महिलाओं को राजनैतिक रूप से अधिकार सम्पन्न बनाने में महात्मा गाँधी और डॉ. भीमराव अम्बेडकर का विशेष योगदान है। महिलाओं ने उन्हें मिले मताधिकार का विवेकशीलता और जागरूकता के साथ उपयोग किया है। 

श्रीमती चिटनिस वुमेन्स प्रेस क्लब द्वारा 'आधी आबादी के सरोकार'  विषय पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहीं थी। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम में जनसम्पर्क मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र, विश्वविद्यालय के कुलपति श्री जगदीश उपासने सहित विभिन्न राजनैतिक दलों के प्रतिनिधि सम्मिलित हुए।

श्रीमती चिटनिस ने कहा कि आरक्षण के परिणाम स्वरूप बड़ी संख्या में महिलाओं को राजनैतिक और प्रशासनिक दायित्व तथा अधिकार प्राप्त हुए हैं। महिलाओं ने इन पदों पर अपने कर्तव्य और क्षमता का बखूबी प्रदर्शन किया है। श्रीमती चिटनिस ने कार्यक्रम के दौरान आयोजित प्रश्नोत्तर सत्र में महिला सुरक्षा, महिलाओं के लिए पृथक टॉयलेट व्यवस्था और सार्वजनिक स्थलों पर स्तनपान के लिये विशेष व्यवस्था करने संबंधी विषयों की जानकारी दी। उन्होंने कहा की कानून से समाज को नियंत्रित किया जा सकता है। कानून समाज में अच्छाइयों को बढ़ा नहीं सकता। इसके लिये व्यक्ति, परिवार और समाज को पहल करनी होगी।

कार्यक्रम में वूमेंस प्रेस क्लब की अध्यक्ष दीप्ति चौरसिया, सचिव शिफाली, श्रुति कुशवाह, जूही वर्मा, उपसचिव मोनिका तिवारी, कोमल शर्मा, शैली और चिन्मयी ने महिलाओं से जुड़े कई मुद्दे उठाए।
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