रेलवे देता है मरीजों को ये सुविधाएं एकदम फ्री, जानिए रेलवे के रूल्स

रेल से तो आप अक्सर सफर करते हैं, लेकिन इसके नियम कायदों से आप अब भी अनजान हैं। एक यात्री होने के नाते आपकी जिम्मेदारी है कि आप रेलवे द्वारा बनाए गए नियमों ( (railway rules)की जानकारी लें, खासतौर से तब जब आप एक मरीज हैं। जी हां, रेलवे की तरफ से गंभीर बीमारी से जूझ रहे मरीजों (free services for patients) के लिए कई ऐसी सुविधाएं हैं, जो फ्री में दी जाती हैं, लेकिन ज्यादातर लोगों को इसकी जानकारी नहीं होती। ऐसे में वे अपने अधिकार से वंचित रह जाते हैं। तो चलिए आज हम बताते हैं क्या हैं मरीजों के लिए रेलवे के नियम( railway rules for patients), जिनका लाभ मरीज बिल्कुल उठा सकते हैं। 

मरीजों को कौन सी सुविधाएं फ्री देता है रेलवे-

- अगर आप किसी बड़ी  बीमारी से ग्रसित हैं, तो रेलवे के नियम के अनुसार आपको मुफ्त में यात्रा करने की सुविधा मिलेगी। लेकिन इसके लिए रेलवे ने नियम कायदे बना रखे हैं। इतना ही नहीं रेलवे बीमार व्यक्ति की देखरेख करने के लिए साथ में मौजूद सहायक को भी फ्री में यात्रा करने की सुविधा दी जाती है। 

- यहां ध्यान दें। कैंसर (cancer patient) का कोई मरीज इलाज के लिए दूसरे शहर जा रहा है, तो उसे टिकट पर 50 प्रतिशत या पूरे 100 प्रतिशत (50-100% discount) तक की छूट मिलती है। ये छूट मरीज की हालत पर निर्भर करती है। कैंसर के मरीज को ट्रेन के सैकंड, फस्र्ट क्लास और एसी चेयर कार में सफर करने पर 75 फीसदी, स्लीपर और 3एसी में सफर करने पर पूरे 100 फीसदी  और 1एसी और 2एसी में सफर करने पर 50 प्रतिशत तक की छूट मिलती है। स्लीपर और एसी में साथ में मौजूद हेल्पर( helper)  को 75 प्रतिशत छूेट का प्रावधान है। 

थैलेसिमिया, किडनी और दिल के मरीज

थैलेसिमिया (Thalassemia) एक अनुवांशिक बीमारी है। इसमें मरीज को बार-बार खून चढ़ाना पड़ता है। इसलिए इसके मरीज और सहायक को ट्रेन से आने-जाने की टिकट में छूट दी जाती है। अगर कोई मरीज हार्ट सर्जरी के लिए अन्य शहर में जा रहा है या किडनी के मरीज (kidney patients) को किडनी ट्रांसप्लांट या डायलीसिस के लिए जा रहा है तो उसे और सहायक को ट्रेन टिकट में छूट मिलती है। सैकंड क्लास, स्लीपर, फस्र्ट क्लास, 3एसी, एसी चेयर कार में सफर करने पर 75 प्रतिशत छूट। 1एसी और 2 एसी में 50 प्रतिशत तक की छूट मिलती है। 

एड्स के मरीज-

एड्स के मरीज को इलाज के लिए जाने पर ट्रेन के टिकट में 50 प्रतिशत तक की छूट मिलती  है। ये छूट सैकंड क्लास से सफर करने के लिए होती है। 

ऑस्टोनॉमी-

ऑस्टोनॉमी (asthma) के मरीज को किसी भी तरह का इलाज करने के लिए ट्रेन में यात्रा करने पर 50 फीसदी की छूट मिलती है। हालांकि ये छूट उनके मासिक और तिमाही पास पर होती है। 

हीमोफीलिया के मरीज-

हीमोफीलिया (Hemophilia patients) का इलाज कराने जा रहे मरीज को भी रेलवे के किराए में छूट दी जाती है। इसके साथ ही इनके साथ मौजूद सहायक को भी डिस्काउंट मिलता है। फस्र्ट क्लास, स्लीपर, थर्ड एसी, फस्र्ट एसी, 2एसी, स्लीपर में सफर करने पर किराए में 75 प्रतिशत तक का डिस्काउंट मिलता है। 

टीबी और कुष्ठ रोग के मरीज-

टीबी (TB) या किसी प्रकार के कुष्ठ रोग से पीडि़त मरीज को इलाज कराने जाने के लिए किराए में 75 प्रतिशत तक की छूट मिलती है। ये छूट 2एसी, स्लीपर और फस्र्ट क्लास में अकेले या सहायक के साथ यात्रा करने पर मिलती  है।
मध्यप्रदेश और देश की प्रमुख खबरें पढ़ने, MOBILE APP DOWNLOAD करने के लिए (यहां क्लिक करेंया फिर प्ले स्टोर में सर्च करें bhopalsamachar.com

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !