भोपाल। सीएम शिवराज सिंह ढाई करोड़ का रथ लेकर पूरे मध्यप्रदेश की परिक्रमा पर निकले हैं तो कमलनाथ पूरे मध्यप्रदेश को अपने मीटिंग हॉल में जमा करने की कवायद कर रहे हैं। बीते रोज कुछ युवाओं को बुलाकर घोषणा पत्र पर भाषण दिए थे। अब संतों की संगत करने का प्लान बना लिया। बता दें कि छत्तीसगढ़ में भी कांग्रेस ने संत-महात्मा और महंतों को आमंत्रित करके भोज कराया और दक्षिणा भी थी। कमलनाथ भी ऐसा ही कुछ करने का विचार बना रहे हैं। फिलहाल कमलनाथ की टीम मध्यप्रदेश के उन संत-महात्मा और साधु-महंतों की लिस्ट तैयार कर रही है जो या तो शिवराज सिंह से नाराज हैं या फिर तटस्थ।
कमलनाथ ने प्रदेश और स्थानीय संगठन नेताओं से संत समिति के पदाधिकारियों से तत्काल संपर्क करने को कहा है। संतों से कहा जा रहा है कि वो कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाएं। संतों को भरोसा दिलाएं कि कांग्रेस की सरकार बनने पर उनकी सभी मांगें पूरी की जाएंगी। संत समाज जो मांगेगा वो सभी सुविधाएं भी दी जाएंगी।
कांग्रेस संतों के पास जाकर बता रही है कि उनकी सरकार ने धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए जो काम किए हैं वो किसी सरकार ने कभी नहीं किए। बीजेपी धर्म के नाम पर झूठे आश्वासन देती है। राम मंदिर निर्माण, इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है। संतों का कहना है कांग्रेस के बडे़ नेता उन्हें फोन कर रहे हैं उनसे मिलने आ रहे है और कह रहे हैं कि आप जैसे साधु संत कांग्रेस से जुड़ेंगे तभी पार्टी बीजेपी से मुकाबला कर पाएगी।
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