अपने ग्राहकों को बीजेपी का सदस्य बना रही है फ्लिपकार्ट!

नई दिल्ली। ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट 'फ्लिपकार्ट' के बारे में एक खुलासा हुआ है। आरोप है कि फ्लिपकार्ट अपने ग्राहकों को बीजेपी का सदस्य बना रही है। फ्लिपकार्ट से आॅनलाइन शॉपिंग करने वालों के पास जो पैकिंग भेजी जा रही है उस पर एक टोलफ्री नंबर दिया हुआ है। वहां कतई नहीं लिखा कि यह नंबर बीजेपी की प्राइमरी सदस्यता के लिए है। लोग इसे फ्लिपकार्ट का नंबर समझ रहे हैं। जैसे ही वो यह नंबर डायल करते हैं उनकी प्राथमिक सदस्यता पूर्ण हो जाती है। उन्हे इस बात का पता तो तब चलता है जब उनके पास सदस्यता की सूचना आती है। कोलकाता में ऐसा ही हुआ। 

शिकायत करने फोन लगाया था, बीजेपी का सदस्य बन गया


कोलकाता में एक फुटबॉल प्रशंसक ने ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट 'फ्लिपकार्ट' पर दो हेडफोन ऑर्डर किये, ताकि लेट-नाइट मैच देखते हुए परिवार वालों को दिक्कत न हो। जब फ्लिपकार्ट का पैकेट आया तो उसमें हेडफोन की जगह तेल का बॉटल निकला। इसके बाद उसने गुस्से में फ्लिपकार्ट को शिकायत के लिए पैकेट पर छपे नंबर पर फोन किया, लेकिन फोन एक रिंग के बाद कट गया। दूसरी बार फोन लगाने ही जा रहा था कि एक मैसेज आया। जिसकी शुरुआत में लिखा था 'वेलकम टू बीजेपी' यानी बीजेपी में आपका स्वागत है। मैसेज में आगे प्राइमरी मेंबरशिप नंबर (प्राथमिक सदस्यता नंबर) भी लिखा था और आगे की प्रक्रिया पूरी करने के लिए अगले स्टेप को फॉलो करने का निर्देश दिया गया था।

हमें क्या पता फ्लिपकार्ट के पैकेट पर क्या छपा है: बीजेपी

हालांकि उसने दोबारा नंबर को डायल किया, लेकिन फिर वही मैसेज आया। इसके बाद उसने अपने दोस्तों को भी नंबर दिया और उन्हें भी फोन करने पर यही मैसेज मिले। जल्द ही उन्हें एहसास हो गया कि 1800 266 1001 बीजेपी का नंबर है। बाद में फ्लिपकार्ट का सही हेल्पलाइन नंबर मिला और उस पर शिकायत दर्ज कराई। इधर पश्चिम बंगाल बीजेपी ने फ्लिपकार्ट से किसी भी तरह के संबंध से इनकार किया है। पश्चिम बंगाल के भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि, 'बीजेपी का नंबर वेबसाइट और फेसबुक समेत तमाम जगहों पर है। कोई भी इसे शेयर कर सकता है। आप खुद कर सकते हैं। यह हमारी जिम्मेदारी नहीं है।  

3 साल पहले यह हमारा ही नंबर था: फ्लिपकार्ट

दूसरी तरफ, फ्लिपकार्ट ने एक बयान में कहा कि उसने यह नंबर 3 साल पहले छोड़ दिया था। हालांकि यह पैकिंग के लिए इस्तेमाल किये जाने वाले टेप पर प्रिंट था। कुछ टेप अभी भी इस्तेमाल में हैं। कंपनी ने कहा कि, 'संभव है कि ऑपरेटर ने यह नंबर दोबारा अलॉट कर दिया हो, क्योंकि अक्सर ऑपरेटर किसी नंबर के 6 महीने तक इस्तेमाल में न होने के बाद उसे दोबारा दूसरे कस्टमर को अलॉट कर देते हैं। दूसरी तरफ, फ्लिपकार्ट ने फुटबॉल प्रशंसक को फोन कर गलती से हेडफोन की जगह भेजे गए तेल के बॉटल पर माफी मांगी और कहा कि, 'वो चाहें तो उस तेल को इस्तेमाल कर सकते हैं या फेंक दें। हेडफोन भेजा जा रहा है। इसी तरह की खबरें नियमित रूप से पढ़ने के लिए MOBILE APP DOWNLOAD करने के लिए (यहां क्लिक करेंया फिर प्ले स्टोर में सर्च करें bhopalsamachar.com

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