बालाघाट। मध्यप्रदेश में सत्ता भले ही भाजपा की हो परंतु प्रदेश भर में भाजपा कार्यकर्ताओं का जनहित के मामले में अपनी ही व्यवस्था से विरोध जाती है। यहां भाजपा की एक महिला नेता को जलकुंभी से भरे गंदगीयुक्त तालाब में इसलिए उतरना पड़ा क्योंकि कोई उसकी बात सुन ही नहीं रहा था। नगरपालिका अध्यक्ष की कुर्सी भी भाजपा के पास है फिर भी सुनवाई नहीं हो रही थी। महिला भाजपा की पदाधिकारी भी है। समाचार लिखे जाने तक मनोरमा तालाब के अंदर ही थी।
बताया जा रहा है कि मनोरमा नागेश्वर भाजपा झुग्गी प्रकोष्ठ की अध्यक्ष है और वह तालाब के ओवरफ्लो हो जाने से नाराज हैं। महिला ने अपनी ही पार्टी भाजपा पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। उसकी इस बात पर पुलिस से झड़प भी हुई है। बताया जा रहा है कि बारिश के दिनों में बूढ़ी तालाब में जलभराव होने से दर्जन भर घरों में पानी भर जाता है जिसके चलते निचले हिस्से से पानी की निकासी की जाती है।
इस दौरान बसाहट वाले क्षेत्र में लोगों के घरों में पानी भर जाता है। जिसके चलते निचले हिस्से में पाल बनाने के लिए मिट्टी मुरम डाली जा रही है जिसका तालाब में मकान बनाकर रह रहे लोगों के द्वारा विरोध किया जा रहा है और इसी के विरोध में महिला मनोरमा नागेश्वर तालाब में उतर गई। भाजपा नेत्री ने भाजपा के जनप्रतिनिधियों और नपा अध्यक्ष अनिल धुवारे पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। इसी तरह की खबरें नियमित रूप से पढ़ने के लिए MOBILE APP DOWNLOAD करने के लिए (यहां क्लिक करें) या फिर प्ले स्टोर में सर्च करें bhopalsamachar.com