नई दिल्ली। NEET परीक्षा के दौरान केरल में CBSE नियमों के नाम पर छात्राओं की ब्रा उतरवा दीं गईं। इतना ही नहीं परीक्षाओं के दौरान पुरुष परीक्षा निरीक्षक छात्राओं के सीने पर घूरकर देखते रहे जिससे छात्राएं अहसज हो गईं। वो ठीक तरह से पेपर तक नहीं दे पाई। पेपर के बाद एक छात्रा ने निरीक्षक के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करवाया है। पीड़िता का परिवार मानवाधिकार आयोग से भी मिला।
केरल के पलक्कड़ जिले के कोप्पम में 8 मई को लायंस स्कूल में एनईईटी एग्जाम सेंटर था। एग्जाम में हिस्सा लेने के लिए जैसे ही पीड़िता सेंटर पहुंची चेकिंग के दौरान उससे अपनी ब्रा निकालने के लिए कहा गया. चेकिंग करने वाले स्कूल स्टाफ ने बताया कि ब्रा में लोहे के हुक्स लगे होते हैं और CBSE के नियमों के मुताबिक, एग्जाम हॉल में लोहे की चीजें ले जाने पर पाबंदी है।
पीड़िता ने बताया कि उसके अलावा एग्जाम देने आईं अन्य लड़कियों से भी ऐसा ही करने के लिए कहा गया। पीड़िता के मुताबिक, चेकिंग स्टाफ के कहने पर वह दोबारा बाहर गई और ब्रा निकालकर अपने परिजनों को दे दिया। उसने अपनी शॉल भी परिजनों को थमा दी। फिर उसे एग्जाम हॉल में प्रवेश दिया गया।
लेकिन एग्जाम देते हुए छात्रा को नई मुसीबत का सामना करना पड़ा। छात्रा का आरोप है कि एग्जाम के दौरान वह पूरे समय असहज रही, क्योंकि एक पुरुष निरीक्षक लगातार उसके सीने को घूरता रहा। छात्रा ने बताया कि इसके चलते वह पेपर भी अच्छी तरह नहीं दे सकी।
आखिरकार छात्रा ने बीते मंगलवार को नॉर्थ टाउन पुलिस स्टेशन में आरोपी निरीक्षक के खिलाफ केस दर्ज करवाया। पीड़िता के परिवार ने आज मानवाधिकार आयोग से भी मुलाकात की। पीड़ित छात्रा का कहना है कि आरोपी निरीक्षक की घूरती निगाहों से बचने के लिए उसे क्वेश्चन पेपर से अपने सीने को ढंकना पड़ा।