इंदौर। मध्यप्रदेश में एक बार फिर सीएम शिवराज सिंह चौहान की घोषणा को खारिज कर दिया गया। सीएम शिवराज सिंह ने घोषणा की थी कि शराब के आहते बंद किए जाएंगे क्योंकि वहां असामाजिक तत्व जमा हो जाते हैं और महिलाओं के प्रति अपराध को बढ़ावा मिलता है। आबकारी मंत्री जयंत मलैया ने इस घोषणा को पूरा करने से इंकार कर दिया है। उनका कहना है कि मध्यप्रदेश में एक भी आहता बंद नहीं किया जाएगा।
सीएम शिवराज सिंह ने ऐसी कोई घोषणा नहीं की
आबकारी मंत्री जयंत मलैया ने शुक्रवार को इंदौर में कहा कि प्रदेश में संचालित ढाई हजार से ज्यादा अहाते बंद नहीं किए जाएंगे। मलैया ने यहां तक कह दिया कि सीएम शिवराज सिंह चौहान ने शराब दुकानों में संचालित अहातों को बंद करने की घोषणा ही नहीं की थी। शराब से सरकार को हर साल 8000 करोड़ का राजस्व मिलता है। इन अहातों को बंद करने से सरकार को 300 करोड़ का नुकसान होगा। कहा जा रहा है कि इसी कारण के चलते सीएम की घोषणा के बावजूद अहाते बंद नहीं किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने 'दिल से' कार्यक्रम में की थी घोषणा
एक ओर जयंत मलैया कह रहे हैं कि सीएम शिवराज सिंह ने कभी शराब अहाते बंद करने की घोषणा ही नहीं की थी। जबकि सीएम शिवराज सिंह चौहान ने नवंबर में रेडियो पर प्रसारित " दिल से " कार्यक्रम में अहातों को पूरी तरह बंद करने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि इन अहातों की वजह से असामाजिक तत्व इकट्ठे हो जाते हैं जिससे महिला अपराध बढ़ता है।