
बंगलों की कमी के चलते मंत्रियों और अधिकारियों को रेस्ट हाउस और प्रशासनिक अकादमी में रहना पड़ रहा है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह को अब तक बंगला नहीं मिल सका है.राकेश सिंह बीएचईएल के गेस्ट हाउस में रह रहे हैं. कैबिनेट मंत्री नारायण सिंह कुश्वाहा, मंत्री बालकृष्ण पाटीदार, राज्य मंत्री जालम सिंह पटेल सरकारी बंगले बिना रहे हैं.
वहीं मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष राकेश सिंह, प्रमुख सचिव श्रम संजय दुबे को भी बंगला नहीं मिला है. पूर्व मंत्रियों और विधायकों का सरकारी बंगलों से मोहभंग नहीं हो रहा है. सालों से बड़े सरकारी बंगलों पर पूर्व मंत्रियों और विधायकों ने कब्जा कर रखा है. मंत्रियों पर बंगलों के लालच के चलते अब तक राज्य के नए मंत्रियों और अधिकारियों को बंगलें नहीं मिल पा रहे हैं.