विदिशा के बाद राजगढ़ में भी मंडी की लाइन में लगे किसान की मौत

भोपाल। अभी कुछ दिन पहले विदिशा जिले के लटेरी में फसल बेंचने आए किसान की मौत का मामला थमा नहीं था कि अब राजगढ़ जिले के नरसिंहगढ़ में इसी तरह का मामला सामने आया है। जहां नरसिंहगढ़ कृषि उपज मंडी में अपनी मसूर की फसल बेंचने आए किसान की अचानक मौत हो गयी। किसान रविवार से फसल बेंचने आया था और आज उसकी फसल की तुलाई की बारी आयी थी। किसान की फसल की तुलाई चल ही रही थी कि बीच में ही किसान ने दम तोड़ दिया। किसान की मौत के बाद मंडी की अव्यवस्थाओं से नाराज किसानों ने एनएच- 52 पर चक्काजाम कर दिया। 

आधी तुलाई पर ही तोड़ दिया दम

अन्नदाता की तकलीफें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। राजगढ़ जिले के नरसिंहगढ़ कृषि उपज मंडी में मसूर की उपज बेंचने आए एक किसान की मौत ने फिर सरकारी व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं। दरअसल, राजगढ़ जिले के बोढ़ा गांव का किसान ओम पाटीदार अपने भाई के साथ रविवार को अपनी मसूर की उपज समर्थन मूल्य पर बेंचने के लिए नरसिंहगढ़ कृषि उपज मंडी पहुंचा था। दो दिन के इंतजार बाद आज उसकी उपज की तुलाई की बारी आयी और किसान अपनी पूरी फसल तुलवा भी नहीं पाया कि उसने दम तोड़ दिया। 

गुस्साए किसानों ने किया सड़क जाम

मृतक किसान ओम पाटीदार के भाई पीरूलाल के मुताबिक फसल तुलने के दो कट्टे बचे थे और हम लोग ओम को बेंची फसल का बिल लेकर आने का कहकर ट्रैक्टर लेकर घर चले गये थे, इसी बीच अचानक ओम की मौत की खबर मिली। किसान की मौत की खबर मिलते ही मौके पर मौजूद किसान आक्रोशित हो गए और कृषि उपज मंडी के समर्थन मूल्य खरीदी केन्द्र में अव्यवस्थाओं को लेकर किसान की मौत से आक्रोशित होकर एनएच-52 पर क्षेत्रीय विधायक गिरीश भंडारी के नेतृत्व में चक्काजाम कर दिया। क्षेत्रीय विधायक किसान की मौत की घटना का कारण शासन-प्रशासन की अव्यवस्थाएं को मान रहे हैं और मृत किसान के परिवार को दस लाख मुआवजा दिए जाने की मांग कर रहे हैं। 

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