किसानों के गांव बंद से पहले कृषि विस्तार अधिकारियों की हड़ताल

Hadtal भोपाल। मध्यप्रदेश की राजनीति कुछ दिनों के लिए गांव पर कें​द्रित होने जा रही है। जहां एक ओर किसानों ने 1 जून से 10 जून तक गांव बंद का ऐलान कर दिया है वहीं दूसरी ओर मध्य प्रदेश के तमाम कृषि विस्तार अधिकारी आगामी 28 मई से अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे। ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि सर्वेयरों के समान वेतन के साथ अन्य 9 सूत्रीय मांग को लेकर लंबे समय से शासन-प्रशासन से बातचीत की जा रही है। इन मांगों को लेकर कई बार शासन-प्रशासन ने सिर्फ आश्वासन ही दिया है। आंदोलन की शुरूआत आगामी 25 मई से काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन से शुरू की जाएगी। हड़ताल के चलते पूरे प्रदेश में कृषि विकास कार्य ठप्प रहेंगे।

किसान हड़ताल में दूध, सब्जी, फल सबकी सप्लाई बंद रहेगी

इधर हड़ताल पर जा रहे किसानों ने फैसला किया है कि वो हड़ताल के दौरान अनाज फल, सब्जी नहीं लेकर आएंगे। इस दौरान गांव से शहर में दूध भी नहीं आ पायेगा। हड़ताल 1 जून से 10 जून तक चलेगी। दअरसल किसान अपनी अलग-अलग मांगों को लेकर हड़ताल पर जाने का फैसला किया है। इससे पहले भी जब किसानों ने इस तरह की हड़ताल की थी तब शहर में सब्जी दूध को लेकर बहुत किल्ल्त हो गई थी। 

शनिवार को प्रेस क्लब सभागृह में किसान मजदूर महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने इस हड़ताल की जानकारी से लोगों को अवगत कराया। इस दौरान उन्होने गांव बंद अभियान की रूपरेखा भी बताई। किसान मजदूर महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि इस बार हड़ताल बड़े स्तर पर होगी। 1 से 10 जून तक देशव्यापी गांव बंद के दौरान किसान अपने घर पर ही रहेंगे। इस हड़ताल को 22 राज्यों के 130 संगठनों का समर्थन मिल सकता है। इस दौरान किसान शहर से कोई भी चीज खरीदने नहीं आएंगे। इस आंदोलन को पूरी तरह शांतिपूर्ण तरीके से किया जाएगा। आंदोलन के दौरान कुछ कार्यक्रम भी होंगे।

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