INDORE में कांग्रेसी भी बंद कराने निकले, शाजपुर केवल 1 घंटे बंद रहा | MP NEWS


इंदौर। भारत बंद के दौरान इंदौर एवं आसपास के करीब एक दर्जन जिलों में प्रदर्शनकारियों और व्यापारियों के बीच तनाव बढ़ा लेकिन पुलिस की सक्रियता के चलते कोई गंभीर हादसा नहीं हुआ। इंदौर शहर में दलित संगठनों के अलावा बीएसपी और कांग्रेस के नेता भी बाजार बंद कराने सड़कों पर निकले। शाजापुर में मजेदार प्रसंग सामने आया। सुबह 9 बजे पूरा बाजार बदं था। 10 बजे किसी ने दुकान नहीं खोली। 10:30 पर सड़कों पर सन्नाटा था और 11 बजे पूरा बाजार खुल गया। यहां बंद का असर सबसे पहले खत्म हो गया। 

इंदौर शहर में सबसे ज्यादा बंद का असर देखा गया। राजबाड़ा, जवाहर मार्ग, बियाबानी, राज मोहल्ला, पाटनीपुरा, मालवा मिल और बड़ा गणपति में दिखा गया। सुबह समर्थक दो पहिया वाहनों पर सवार होकर पूरे शहर में घूमे, जो दुकानें खुली दिखीं उन्हें बंद करवाया। इसके बाद अलग-अलग जत्थों में राजबाड़ा पहुंचे। राजबाड़ा से लेकर जवाहर मार्ग तक एक हजार से ज्यादा लोग जाम हैं। इस कारण राजबाड़ा और अासपास के इलाकों में ट्रैफिक व्यवस्था बिगड़ गई। बंद को सीधा समर्थन बीएसपी ने दिया है। दलित संगठनों के साथ सुबह से बीएसपी के कार्यकर्ता शहर में घूम रहे हैं। वहीं कांग्रेस के कार्यकर्ता भी रैली में दिखाई दिए।

झाबुआ: दुकान तोड़ी, व्यापारियों ने किया थाने का घेराव

सुबह से ही दलित संगठन के लोग दुकानें बंद करवाने शहरभर में घूमे। जिला मुख्यालय पर एक जनरल स्टोर के मालिक ने दुकान बंद करने से मना किया तो भीड़ में आए लोगों ने दुकान में तोड़फोड़ कर दी। तोड़फोड़ की जानकारी लगते ही पुलिस मौके पर पहुंची मामले मो शांत करवाया। तोड़फोड़ की खबर लगते ही बड़ी संख्या में व्यापारी थाने पहुंचे और घेराव का नारेबाजी की। पुलिस ने शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

महू: पुलिस ने सब्जीमंडी को बचाया
सुबह जय भीम सेना और आंबेडकर अनुयायी शहर बंद करवाने बाइक से निकले। सब्जी मंडी क्षेत्र में व्यापारियों और बंद में शामिल कार्यकर्ताओं के बीच सब्जी मंडी बंद करने को लेकर नोकझोंक हुई। पुलिस की समझाइश के बाद सब्जी मंडी को बंद से बाहर रखा गया। प्रेम चौराहे से शुरू हुई रैली दो घंटे तक शहर में घूमी और फिर तहसील ऑफिस पहुंचकर एसडीएम प्रतुल सिन्हा को राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सौंपा।

देवास: अचानक बंद कराने आ गए दलित संगठन

शहर में सुबह करीब साढ़ 9 बजे ज्यादातर दुकानें खुल गई थीं। दुकानों को बंद करवाने के लिए कार्यकर्ता रैली के रूप में निकले। इस दौरान दुकान बंद करने को लेकर कई जगह पर विवाद भी हुआ। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले को शांत करवाया। दलित संगठन शहर भर में आंबेडकर के पोस्टर लेकर घूम रहे हैं।

शाजापुर: 11 बजे पूरा बाजार खुल गया
भारत बंद को देखकर सुबह दुकान मालिकों ने प्रतिष्ठान बंद रखे। दलित संगठन के लोग सुबह से ही दुकान बंद करवाने मार्केट में निकले। 10 बजे बाद दुकानों के खुलने का सिलसिला शुरू हुआ, साढ़े 11 बजते-बजते पूरा मार्केट खुल गया।

खंडवा: जबरन बंद कराया

सुबह से ही बाइक सवार युवाओं की टोली शहर के मुख्य बाजारों में गश्त करने लगी। यहां जो भी दुकानें खुली दिखीं, उन्हें बंद करने को कहा, मना करने पर दुकानदानों में दबाव बनाते हुए दुकानें बंद करवाईं। शहर के आंबेडकर चौक, निगम तिराहा, जलेबी चौक, बाॅम्बे बाजार पूरी तरह से बंद हैं।

बुरहानपुर: दुकानदारों को फूल देकर समर्थन मांगा
जयभीम सेना और भीम आर्मी सेना के लोग दुकान बंद करवाने शहर में घूमे। यहां जो भी दुकानें खुली दिखीं मालिक को गुलाब का फूल देकर दुकान बंद करने का आग्रह किया। इसके बाद रैली के रूप में आंबेडकर प्रतिमा के पास पहुंचे और फिर यहां से सभी अपने-अपने घर रवाना हो गए। भारत बंद को देखते हुए बस स्टैंड पर भी सन्नाटा पसरा रहा। दोपहर बाद मार्केट और बसों का संचालन होगा।

बड़वानी: व्यापारी और प्रदर्शनकारियों में भिंड़ंत
शहर में सुबह 6 बजे से दलित संगठन के लोग रैली के रूप में निकले और दुकान बंद करने के लिए लोगों पर दबाव बनाया। पाला बाजार सब्जी मंडी और चंचल चौराहे पर बंद करवाने को लेकर दो गुट आमने-सामने आ गए। वहीं जैन मंदिर चौराहे पर दुकानदार और संगठन के लोगों के बीच गहमा-गहमी के बाद पुलिस बल मौके पर पहुंचा।
खरगोन :पूरे शहर में संगठन के लोग दुकान बंद करवाने बाइक से गुजरे। इस दौरान कई क्षेत्रों में दुकानदारों और कार्यकर्ताओं के बीच जमकर बहस हुई।
मंदसौर :भारत बंद का असर पूरे क्षेत्र में देखा गया। दुकानें बंद करवाने के दौरान कई जगह पर विवाद हुआ।

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