मप्र के पटवारी 15 दिन तक सामूहिक अवकाश पर रहेंगे | EMPLOYEE NEWS

भोपाल। राजस्व विभाग की रीड़ कहे जाने वाले प्रदेशभर के पटवारी एक बार फिर से आंदोलन की राह पकड़ने वाले हैं। सोमवार को उन्होंने इस संबंध में प्रदेश के सभी जिला कलेक्टरों को एक-एक ज्ञापन सौंपा। इसमें पे-ग्रेड 2100 से बढ़ाकर 2800 किए जाने सहित कुल पांच मांगे रखी गई हैं। पटवारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह ने बताया कि जबलपुर और मंडला जिले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यक्रम होने के चलते प्रदेश के 49 जिलों के कलेक्टरों को ही ज्ञापन सौंपे गए। इसके साथ साथ पटवारियों ने एक से 15 जून तक अर्जित अवकाश पर जाने संबंधी आवेदन भी सौँपे। 

ज्ञापन में सख्त चेतावनी दी गई है कि 16 मई को पटवारी संघ प्रदेश स्तरीय विशाल रैली का आयोजन करेगा और सीएम हाउस का घेराव किया जाएगा तथा 18 से 31 मई तक सभी पटवारी काली पट्टी बांधकर काम करेंगे तथा अतिरिक्त हल्कों के बस्तों का जमा कर देंगे तथा भू-अभिलेख के अतिरिक्त अन्य कार्यों का भी बहिष्कार करेंगे। भूपेंद्र सिंह ने कहा कि इसके बाद भी सरकार मांगें नहीं मानती हैं तो संघ अनिश्चितकाली हड़ताल के लिए बाध्य होगा। हालांकि इससे पूूर्व मंगलवार से 14 मई तक मंत्री, विधायक, सांसद, शासन के जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन सौंपकर उनका समर्थन प्राप्त किया जाएगा। भोपाल में भी इस संबंध में एक ज्ञापन कलेक्टर सुदाम पी. खाडे को भोपाल जिले के पटवारियों ने सौंपा।

शासन के सामने रखीं ये पांच मांगे
पटवारी अपने मूल विभाग के साथ साथ 21 अन्य विभागों को काम करते हैं। इसलिए पे-ग्रेड 2100 से बढ़ाकर 2800 रुपए किया जाए।
पटवारियों के पद को तकनीकी पद घोषित किया जाए। वर्तमान में उनसे सभी कार्य तकनीकी के लिए जा रहे हैं।
पटवारी पदोन्नति में परीक्षा और प्रशिक्षण की अनिवार्यता को हटाकर डीपीसी के माध्यम से पदोन्नति प्रक्रिया लागू हो। पटवारी को उसके सेवाकाल में कम से कम दो पदोन्नति मिले।
महिला एवं पुरूष पटवारियों को अन्य जिलों में स्थानांतरित करने संबंधी आदेश जारी किए जाएं।
वेबजीआईएस का सरलीकरण किया जाए।

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