
लगानी होगी एडवोकेट बैंड
उन्होंने बताया कि काला कोट पहनने की छूट के दायरे में आने वाले पुरुष वकीलों को पैरवी के वक्त पहले की तरह सफेद शर्ट पहनना होगा। इसके साथ वह काला या सफेद या धूसर रंग (ग्रे) का धारीदार पैंट पहन सकेंगे। उन्हें गले में सफेद रंग की खास पट्टी (एडवोकेट बैंड) भी लगानी होगी।
हालांकि, शीर्ष अदालत और उच्च न्यायालयों में पैरवी के वक्त वकीलों को काला कोट पहनने की छूट नहीं मिलेगी। राज्य अधिवक्ता परिषद के पदाधिकारी ने बताया कि विभिन्न वकील संगठनों ने पिछले दिनों परिषद को भेजे ज्ञापनों में गुजारिश की थी कि गर्मी के मौसम में अधिवक्ताओं को काले कोट से छूट दी जाये।
इन ज्ञापनों के मुताबिक सूबे के अधिकांश जिला और तहसील अधिवक्ता संघों के कार्यालयों में वकीलों की बड़ी तादाद के मुकाबले उनके बैठने की जगह की खासी कमी है। इसके चलते कई वकीलों को न्यायालय भवनों के तंग बरामदों और इसके बाहर के खुले स्थानों में बैठकर अपने पेशेवर कार्य निबटाने पड़ते हैं। गर्मी के मौसम में इन जगहों पर काला कोट पहनकर काम करने से वकील पसीने के कारण परेशान हो जाते हैं। इस दौरान बिजली गुल होने पर उनकी हालत और खराब हो जाती है।