भोपाल। यौन उत्पीड़न के मामले में उलझे डीआईजी पंजीयक राजीव जैन के काले चिट्ठे अब खुलने शुरू हो रहे हैं। एक प्रकरण दर्ज होने के बाद अब पुरानी कहानियां भी सामने आ रहीं हैं। अब तक मिली जानकारी के अनुसार डीआईजी 5 महिला अधिकारियों के खिलाफ विभागीय जांच कराकर सस्पेंड करा चुका है। उसके निशाने पर विभाग की महिला कर्मचारी एवं अधिकारी ही रहतीं थीं। इधर पुलिस ने सादा वर्दी में उसके सभी संभावित ठिकानों पर पहरा लगा दिया है। डीआईजी समाचार लिखे जाने तक तक अंडरग्राउंड था।
डीआईजी के बारे में विभागीय सूत्र बताते है कि अब तक जितनी भी जांचे उन्होंने की है सभी में जो भी दोषी पाया गया है उसके खिलाफ कार्रवाई हुई हैं चाहे वह महिला हो या पुरुष। हालांकि पीड़ित वरिष्ठ सब रजिस्ट्रार ने इस मामले में अपने बयान दर्ज कराए है कि इटारसी में की गई रजिस्ट्रियों की जांच वाले मामले में रिकार्ड में टेम्परिंग करने की बात फैलाई गई जिससे डीआई उस पर दबाव बना सके।
आनन-फानन में बनाई गई आंतरिक परिवाद समिति
विभागीय सूत्रों ने बताया कि महानिरीक्षक पंजीयक कार्यालय में पहले बनी आंतरिक परिवाद समिति के सदस्य रिटायर हो गए या फिर कहीं और चले गए थे जिसके चलते आनन-फानन में नई समिति का पुनर्गठन करना पड़ा। 14 मार्च को यह शिकायत महानिरीक्षक पंजीयक को की गई। जिसके चलते 16 मार्च को आंतरिक परिवाद समिति का पुनर्गठन किया गया। क्योकि 19 मार्च तक इस मामले में न तो कोई बयान हुए और ना ही काई कार्रवाई हुई। हालांकि इस मामले में कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहा है।
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