
गौरतलब है कि इससे पहले जसोदाबेन 2016 में उस समय सुर्खियों में आईं थी जब अहमदाबाद के क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय (आरपीओ) में एक आरटीआई आवेदन दायर कर उन्होंने नरेंद्र मोदी के गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए अपना पासपोर्ट हासिल करने के लिए जमा किए गए शादी से जुड़े दस्तावेजों का ब्योरा मांगा।
पिछले साल जसोदाबेन का पासपोर्ट संबंधी आवेदन इस आधार पर खारिज कर दिया गया था कि उन्होंने ऐसा कोई विवाह प्रमाणपत्र या कोई संयुक्त शपथपत्र पेश नहीं किया, जिससे साबित होता हो कि उनकी मोदी से शादी हुई है। इस पृष्ठभूमि में जसोदाबेन ने यह आरटीआई आवेदन डाला था।