
बारिश-बर्फबारी से किसानों-बागवानों के चेहरों पर रौनक लौटी है। बताया जा रहा है कि अभी होने वाली बारिश और बर्फबारी किसानों-बागवानों के लिए वरदान साबित होगी। बारिश-बर्फबारी फलदार पेड़ों के लिए अमृत का काम करेंगे। बहरहाल, ठंड के चलते पूरी घाटी शीतलहर की चपेट में आ गई है और घाटी के लोग ठंड से बचाने के लिए अलाव का सहारा ले रहे हैं। गौर रहे कि कांगड़ा के कुछ हिस्सों में भी शुक्रवार रात से बारिश का दौर शुरू हुआ है, जो सुबह सवेरे भी जारी है। बारिश गेहूं की फसल के लिए लाभदायक मानी जा रही है।
मौसम विभाग ने पहाड़ों पर भारी बर्फबारी और मैदानों में गर्जन के साथ भारी ओलावृष्टि और बारिश की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के तहत 25 फरवरी को भी राज्य में एक-दो जगह बारिश-बर्फबारी होगी। राज्य में 26 से 28 फरवरी तक मौसम शुष्क बना रहेगा, जबकि विभाग ने समूचे राज्य में पहली मार्च को फिर बारिश-बर्फबारी की संभावनाएं जताई हैं।