
पुलिस को जांच के दौरान तब शक हुआ जब उन्होंने कैदी के पैर में नए चप्पल देखे। इसके बाद उनके चप्पल की भी जांच की गई। उसमें दो स्मार्ट फोन मिले, जबकि एक कैदी ने जांच के डर से एक फोन वहीं जेल की खिड़की पर लावारीस छोड़ दिया था।
कैदियों के चप्पल से इस तरह मोबाईल मिलने के बाद, अब जेल प्रशासन ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया है। इससे पहले भी अहमदाबाद के साबरमती जेल से कई बार कैदियों के बैरेक से मोबाइल मिले हैं। अहमदाबाद के इस साबरमती जेल में इससे पहले 145 मीटर लम्बी सुरंग भी अहमदाबाद ब्लास्ट के कैदी बना चुकें हैं।