
तीन दिन पहले गाडरवारा के NTPC से प्रभावित किसानों पर जब पुलिस ने जबरन मामला दर्ज किया तो किसानों ने कलेक्ट्रेट की ओर रुख कर लिया। अपना घर छोड़ कर कलेक्ट्रेट के सामने डेरा डाले ये वे किसान और उनके परिजन हैं जो अपनो पर दर्ज मामले को वापस लेने और NTPC में स्थायी नौकरी की मांग को लेकर यहां आए हुए थे। जब उनकी बात नहीं सुनी तो लाख मान मनव्वल के बाद भी ये यहां से नहीं हटे और डेरा जमा लिया।
प्रशासन को ये बात नागवार गुजरी। ऐसे में प्रशासन ने इन्हें हटाने आधी रात का वक्त चुना। दिन भर की थकान से चूर जब ये मजबूर किसान कलेक्ट्रेट भवन के बाहर सो रहे थे, तब अचानक पुलिस यहां पहुंच गई और जबरदस्ती पर उतारू हो गई। किसानों और पुलिस के बीच धक्का मुक्की भी हुई। आंदोलनकारियों की माने तो पुलिस ने इनके साथ ज्यादती भी की और जबरन दवाब डालकर इन्हें यहां से बस में भरकर खदेड़ने के प्रयास करने लगी जिसमे कई लोग घायल भी हुए।
ये वे किसान हैं जो अपने हक के लिए पिछले एक माह से शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन की राह पकड़े हुए थे। तीन दिन पहले NTPC परिसर से इन्हें जबरन उठाया गया और कई किसानों पर मामले भी दर्ज कर दिए गए, ऐसे में किसानों का आंदोलन उग्र हो गया और वे कलेक्ट्रेट का घेराव करने यहां पहुंच गए। हालांकि रात के अंधेरे में आंदोलन को दबाने की ये कोशिश भी बेकार साबित हुई। किसान अब भी अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं। किसानों के सख्त रुख को देखते हुए अब भी प्रशासन को शांति और संयम से काम लेना होगा। (NARSINGHPUR KISAN MOVEMENT)
नरसिंहपुर कलेक्ट्रेर परिसर में आधी रात को प्रदर्शनकारी किसानों को उठाने आई पुलिस। pic.twitter.com/lLT1k9iWuR— Bhopal Samachar (@BhopalSamachar) January 23, 2018