भोपाल। अशोकनगर जिले की मुगावली विधानसभा में उपचुनाव होने हैं। इसी के चलते भाजपा और कांग्रेस लोगों को लुभाने के अभियान पर हैं। ऐसा कोई स्थान नहीं जहां लोगों की भीड़ हो और दोनों पार्टियों के नेता ना हों। भरका मेला भी ऐसा ही अवसर था अत: दोनों पार्टियों ने अपने कार्यक्रम तय किए। प्रशासनिक लापरवाही देखिए कि दोनों पार्टियों के मंच की बीच की दूरी मात्र 30 फीट थी और फिर वही हुआ जिसका डर था। दोनों पार्टियों के नेता माइक से एक दूसरे को मुर्दाबाद करते नजर आए। पूरे मेले में तनाव पसर गया। लोग घर वापस जाने लगे। यदि यह थोड़ा और बढ़ जाता तो बड़ा हादसा हो सकता था। बता दें कि राधौगढ़ में ऐसी ही चुनावी हिंसा हो चुकी है।
यहां सबसे बड़ी गलती दोनों पार्टियों के मंच के बीच मात्र 30 फीट की दूरी है। निश्चित रूप से प्रशासन इसके लिए जिम्मेदार है और कलेक्टर इसे किसी दूसरे पर टाल नहीं सकते। दोपहर बाद पीडब्लूडी मंत्री रामपाल सिंह हेलीकॉप्टर से मेले में पहुंचे। वो मामले की नजाकर को समझ गए और भाजपा के मंच से भाषण देने से इंकार कर दिया।
उन्होंने नदी के दूसरी तरफ चल रही कथा के मंच से अपना उद्बोधन दिया। मंत्री के जाते ही भाजपा के अन्य नेताओं ने कांग्रेस के सभा स्थल के पास बनाए गए मंच पर आकर प्रदेश सरकार की योजनाएं बताने लगे, फिर भड़काऊ बयानबाजियां शुरू हो गईं। दोनों ओर से माइक पर नारेबाजी होने लगी। करीब आधा घंटे तक भरका में मेले का माहौल तनावपूर्ण हो गया। लोग घरों को लौटने लगे।