उत्तरप्रदेश में वंदेमातरम का विरोध, मेयर्स की गाड़ियों पर पथराव | NATIONAL NEWS

अलीगढ़। यूपी में संपन्न हुए निकाय चुनावों में भाजपा की बड़ी जीत के बाद मंगलवार को नवनिर्वाचित मेयर्स का शपथ ग्रहण समारोह हुआ। लेकिन यह शपथ ग्रहण काफी हंगामेदार तब हो गया जब कार्यक्रम में राष्ट्रीय गीत का समाजवादी पार्टी और बसपा के कई नेताओं ने विरोध करना शुरू कर दिया। स्थिति तब और बिगड़ गई जब मेयर्स की गाड़ियों पर पथराव तक हो गया। खबरों के अनुसार तालानगरी अलीगढ़ में मंगलवार को नुमाइश मैदान में मेयर के शपथ ग्रहण समारोह राष्ट्रगीत वंदे मातरम बजने के दौरान समाजवादी पार्टी तथा बहुजन समाज पार्टी के नेता इसके सम्मान में खड़े नहीं हुए। शपथ ग्रहण समारोह के दौरान राष्ट्रगीत बजने पर सपा व बसपा के कई नेता अपनी कुर्सी पर बैठे रहे।

भाजपा से 22 साल पुरानी कुर्सी पर पहली बार जीती बसपा के साथ भाजपा का टकराव शुरू हो ही गया। सदन में पहले से अल्पमत बसपा के पार्षदों ने शपथग्रहण समारोह में जो आचरण दिखाया, उससे एक बार फिर तमाम मर्यादाएं धूमिल होती नजर आईं। कृष्णांजलि नाट्यशाला में समारोह की शुरुआत वंदे मातरम के साथ हुई। इस दौरान बसपा के मुस्लिम पार्षद खड़े तक नहीं हुए।

इससे भाजपाई बिफर गए और बसपा के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करने लगे। इसे लेकर पूर्व विधायक जमीरउल्लाह खां की भाजपाइयों से खूब नोक-झोंक भी हुई। अफसरों ने जैसे-तैसे माहौल संभाला, लेकिन शपथ ग्रहण के दौरान बसपा के वार्ड 54 से पार्षद मसर्रत ने उर्दू तर्जुमा करके बोलना शुरू कर दिया।

इसे लेकर फिर हंगामा शुरू हो गया। भाजपाइयों ने 'जो हिंदू की बात करेगा, वही देश पर राज करेगा', 'हिंदुस्तान में रहना होगा तो वंदे मातरम कहना होगा' जैसे नारे लगाने शुरू कर दिए। बता दें कि मसर्रत ने पहले भी उर्दू में शपथ दिलाने की मांग की थी, जिसे निगम ने खारिज कर दिया था। बसपा के महापौर मोहम्मद फुरकान और पार्टी ने भी भाषा विवाद को गलत बताते हुए पल्ला झाड़ लिया था।

इस दौरान मेयर की गाड़ी पर पथराव पर पथराव हो गया और पुलिस ने मुश्किल से उन्हें वहां से निकाला। हालांकि मेयर या उनकी गाड़ी को कोई नुकसान नहीं हुआ है। उनकी तरफ दो पत्थर फेंके गए थे।

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