
शिकायत में बताया गया कि ग्राम पंचायत पिपरिया के भाजपा नेता सुशील गौतम द्वारा पंचायत में कोई भी विकास कार्य नही करने दिया जा रहा। लंबे समय से सरपंच से कमीशन मांगा जाता है और न देने पर विकास कार्यो में बाधा पहुंचाई जा रही है। महिलाओं ने बताया कि शनिवार की सुबह पंचायत में सड़क की मुरमीकरण का कार्य चल रहा था तभी सुशील गौतम, लखनलाल साहू और राजू दुबे निर्माण स्थल पर पहुंचे और आदिवासी मजदूर महिलाओं को अभद्रता पूर्वक, माँ-बहन की एवं जातिगत गाली देते हुए निर्माण कार्य बंद करा दिया।
सबको जान से मारने की धमकी दी गयी है एवं फर्जी शिकायत कर हमारे रोजगार को छीना जाता है। आये दिन व्यवधान उत्पन्न कर पंचायत में कोई विकास कार्य नही होने दिया जाता है जिससे हम भूखों मरने की कगार में हैं। इसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक से भी की गई है।
गौरतलब है कि पहले भी सरपंच द्वारा कई बार शिकायत की जा चुकी है लेकिन कोई ठोस कार्यवाई न होने के कारण मुख्यालय से लगी हुई पंचायत का विकास कार्य रुका हुआ है। जब नजदीकी क्षेत्र का ये हाल है तो दूर दराज की पंचायतों का क्या हाल होगा यह सोचनीय विषय है।