आ रहा है पितृदोष की शांति के लिए दुर्लभ योग | JYOTISH

भोपाल। पौषी अमावस्या के दिन सोमवती अमावस्या 18 दिसंबर को मनाई जाएगी। इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा, जिसके कारण इस दिन का महत्व बढ़ गया है। इस दिन पितृ दोष की शांति के लिए यह दुर्लभ योग है। ज्योतिषियों के अनुसार ऐसे योग कम दी देखने को मिलते हैं। जिन जातकों की पत्रिका में चांडाल योग, विष योग, अमावस्या दोष, काल सर्प दोष, पितृ दोष है। ऐसे जातक संबंधित दोष का वैदिक विधि से शांति करा सकते हैं। जिससे उनको कई तरह की परेशानियों ने मुक्ति मिल सकेगी।

पंडित संजय शास्त्री ने बताया कि अमावस्या के दिन अमा नाम की किरण की प्रधानता रहती है। सूर्य और चंद्र की युति सोमवार के दिन होने से सोमवती अमावस्या का योग घटित होता है। इस बार यह योग 18 दिसंबर को बन रहा है। इसी दिन सुबह सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 7.25 बजे तक रहेगा।

पंडित शास्त्री ने बताया कि इस दिन गंगा स्नान, तीर्थ स्नान करने के बाद दानपुण्य करने से अक्षय पुण्य फल की प्राप्ति होती है। जिन जातकों के पत्रिका में पितृ दोष या इसी प्रकार का अन्य कोई दोष है या फिर घर की प्रेतबाधा से आप पीड़ित हैं तो अपने पितृ देवताओं को गंगा स्नान कराएं, नांदी श्राद्ध करें तथा पितृ सूक्त का पाठ एवं गीता का पाठ करें।
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