
मंत्री के लापता होने का खुलासा तब हुआ जब भिंड पुलिस मंत्री के सरकारी आवास पर एक वारंट की तामील के लिए पहुंची। अजीब बात तो यह है कि मंत्री के परिवार ने उनकी गुमशुदगी भी दर्ज नहीं कराई है। सरकारी आवास के बाहर तख्ती लगी है कि मंत्रीजी प्रवास पर हैं, परंतु वो किस जिले में, किस सरकारी दफ्तर या गेस्ट हाउस में हैं यह बताने की स्थिति में कोई नहीं है। चौंकाने वाली बात तो यह है कि मंत्री का पूरा बंगला खाली है। 4 दिन से उनका स्टाफ भी नहीं आया है।
मंत्री तो सुरक्षा में रहते हैं, गायब कैसे हो गए
बड़ा सवाल यह है कि कैबिनेट स्तर के मंत्रियों को तो 24 घंटे सुरक्षा मिलती है फिर वो गायब कैसे हो गए। पुलिस ने अबतक उनका कोई सर्विलांस पर क्यों नहीं डाला। भाजपा को उनकी चिंता क्यों नहीं है और उनके परिवारवाले भी घबरा क्यों नहीं रहे। क्या गिरफ्तारी वारंट के डर से मंत्री फरार हो गए। क्या पुलिस एक साथ 2 रोल प्ले कर रही है। एक तरफ मंत्री की सुरक्षा में तैनात है तो दूसरी तरफ बंगले की तलाशी ले रही है। मंत्री के गार्डों को क्यों आदेशित नहीं किया जा रहा कि मंत्री को हिरासत में लेकर टीआई भिंड के सुपुर्द करो।