भोपाल। मध्यप्रदेश के जबलपुर के रहने वाले मोहम्मद तौकीर अकरम ने बिहार के बक्सर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। तौकीर बिहार राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी थे एवं बक्सर में डिप्टी कलेक्टर के पद पर पदस्थ थे। बताया जा रहा है कि उनके वरिष्ठ अधिकारी लगातार उन्हे परेशान कर रहे थे। पिछले 6 माह से उन्हे वेतन भी नहीं दिया गया था। जिस समय उन्होंने आत्महत्या की उनकी पत्नी मायके गईं हुईं थीं। तौकीर ने 2015 में बिहार सरकार की नौकरी बतौर राज्य प्रशासनिक अधिकारी ज्वाइन की थी। लोगों का कहना है कि तौकीर काफी मिलनसार इंसान थे।
तौकीर बक्सर के पूर्व डीएम मुकेश कुमार जिन्होंने कुछ दिन पहले ही दिल्ली में खुदकुशी थी के भी ओएसडी रह चुके थे। बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारी मोहम्मद तौकीर अकरम जिले में डिप्टी कलेक्टर रैंक के अधिकारी थे। उन्होंने बक्सर के मॉडल थाना क्षेत्र स्थित अपने फ्लैट पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना शनिवार की देर रात की बताई जा रही है। ओएसडी ने फांसी लगाने से पहले एक सुसाइड नोट भी लिखा है जिसमें उन्होंने अपनी मौत के लिये खुद को जिम्मेवार बताया है। मृतक की मां के मुताबिक तौकीर का वेतन पिछले आठ महीने से बंद था। वो इसको लेकर काफी परेशान भी रहते थे।
तौकीर बक्सर के चर्चित और मिलनसार अधिकारी थे। घटना के वक्त उनके घर में उनकी मां और पिता थे। उनकी पत्नी पिछले आठ दिनों से मायके गई हुई हैं। तौकीर के जिम्मे जिला भू-अर्जन पदाधिकारी का भी प्रभार था। परिवार वालों के मुताबिक वे शनिवार की रात को ही पटना में किसी मीटिंग में शामिल होने के बाद बक्सर लौटे थे। घटना के कारणों का फिलहाल सही रूप से पता नहीं चल सका है लेकिन कुछ लोगों के मुताबिक वो अपने ट्रांसफर-पोस्टिंग और वेतन को लेकर कुछ दिनों से परेशान थे। पुलिस मामले की पड़ताल कर रही है।
इसी साल 10 अगस्त को बक्सर डीएम मुकेश पांडेय ने दिल्ली (एनसीआर) में आत्महत्या कर ली थी। उनकी लाश गाजियाबाद रेल पुलिस ने बरामद की थी। पांडेय 2012 बैच के IAS अफसर थे और बिहार के ही रहनेवाले थे। तीन महीने के दौरान जिले के दो वरीय अधिकारियों की खुदकुशी को लेकर प्रशासनिक पदाधिकारी से लेकर आम लोग तक सकते में हैं।