
उमरियापान थाना में पदस्थ एएसआई रविशंकर पांडेय ने जानकारी देते हुए बताया कि उमरियापान निवासी कृष्ण कुमार उर्फ कंधी पिता ज्ञानचंद चौरसिया 25 वर्ष बुधवार की दोपहर करीब 3 बजे महर्षि आश्रम करौंदी से सिहोरा रेलवे स्टेशन बुकिंग में मरूति वेन से छोडने गया था। जब कंधी काफी देर तक घर वापस नहीं लौटा तो परिजनों ने खोज खबर ली। जिसके बाद जानकारी लगी की मरूति वेन सिहोरा रेल्वे स्टेशन में खड़ी है। जबकि कृष्ण कुमार चौरसिया का कोई पता नहीं चल रहा। जिसके बाद नगर में तरह-तरह की चर्चाएं होने लगी।
गुरुवार देर शाम श्रद्धालु हनुमान मंदिर में पूजा पाठ करने के बाद कुआं पास पहुंचे तो एक जोडी चप्पल कुआं के पास पड़ी मिली। कुआं के पास चप्पल मिलने से युवक के साथ अनहोनी की शंका हुईं। जब परिजन कुआँ के पास पहुँचे तो पहचान लिया की ये चप्पलें तो कंधी की हैं। मामले की सूचना उमरियापान पुलिस को दी गई। घटना स्थल पर बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ लग गई।
गांव के ही कुछ लोगों ने रस्से में कांटा बांधकर कुआँ के पानी मे डालकर खोजबीन शुरू कर दी।उजाला कर देखने में आया कि एक युवक का शव कुँए के नीचे तल पर हैं। रात करीब साढ़े दस बजे शव को रस्से और कांटे की मदद से कुआं के बाहर निकाला गया। उमरियापान पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले को जाँच में लिया है। हालाँकि कृष्ण कुमार उर्फ कंधी चौरसिया सिहोरा रेल्वे स्टेशन से उमरियापान किसके साथ आया तथा किन परिस्थितियों के कारण युवक ने आत्मघाती कदम उठाया या युवक की हत्या की गई पुलिस इस मामले में कोई जानकारी नहीं जुटा पाई।