
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, "क्या भंसाली में दम है कि किसी और मजहब पर फिल्म बनाएं, या उन पर कमेंट करें?" यह फिल्म 1 दिसंबर को रिलीज होने वाली है। बता दें कि शनिवार को यूनियन ड्रिंकिंग वाटर एंड सैनिटेशन मिनिस्टर उमा भारती ने फिल्म पर सवाल उठाते हुए ट्विटर पर एक खुला खत जारी किया था। हालांकि इन्फॉर्मेशन एंड ब्रॉडकास्टिंग मिनिस्टर स्मृति ईरानी यह कह चुकी हैं कि फिल्म रिलीज को लेकर कोई दिक्कत ना हो, इसके लिए सरकार ध्यान रखेगी।
हम ये सब और बर्दाश्त नहीं करेंगे: गिरिराज
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक मोदी सरकार में माइक्रो, स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज के राज्य मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, "वे (भंसाली) हिंदू गुरुओं, देवताओं और योद्धाओं पर फिल्म बनाते हैं। हम ये सब अब और बर्दाश्त नहीं करेंगे।
ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए: उमा
उमा भारती ने अपने खत में कहा है, "फिल्मों में ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए। अलाउद्दीन खिलजी की रानी पद्मावती पर बुरी नजर थी और इसके लिए उसने चित्तौड़ को नष्ट कर दिया था। उमा ने सलाह दी थी कि विवाद को सुलझाने के लिए रिलीज से पहले इतिहासकार, फिल्मकार, आपत्ति करने वाले समुदाय के प्रतिनिधि एवं सेंसर बोर्ड मिलकर कमेटी बनाएं और इस पर फैसला करें।"
सरकार से बात नहीं बनी तो भंसाली को धमकाना शुरू
कुल मिलाकर जब भाजपा सरकारी स्तर पर फिल्म का रिलीज नहीं रोक पाई तो अब फिल्म के डायरेक्टर संजय लीला भंसाली को धमकाना शुरू कर दिया गया है। कल उमा भारती और आज गिरराज सिंह, यह तो शुरूआत है। जैसे जैसे गुजरात चुनाव में नुक्सान का आंकलन सटीक होता जाएगा। इस तरह के हमले भी बढ़ते जाएंगे लेकिन भंसाली को क्या, तुम बयान दो या पोस्टर फाड़ो भाई ने तो 160 करोड़ का बीमा करवा लिया है।