सत्येन्द्र उपाध्याय/शिवपुरी। सीएम शिवराज सिंह चौहान आज कोलारस में थे। वो हार्टअटैक के बाद प्राथमिक उपचार ना मिल पाने के कारण असमय काल कवलित हुए कांग्रेस विधायक रामसिंह यादव 'दद्दा' के यहां शोक जताने आए थे परंतु ऐसे अवसर पर भी वो भावांतर योजना की मार्केटिंग करने लग गए। इतना ही नहीं जाते जाते ज्योतिरादित्य सिंधिया को धमकी भी दे गए। इससे यह निष्कर्ष भी निकाला जा सकता है कि सीएम शिवराज सिंह भावांतर योजना पर किसानों की तीखी प्रतिक्रिया से कितने घबराए हुए हैं कि राजनीतिक शिष्टाचार भी भूल गए। जिस स्थान पर स्वर्गीय विधायक रामसिंह यादव के संदर्भ में 2 बातें करनी चाहिए थीं, वहां...।
शनिवार को कोलारस विधानसभा में कोलारस के दिवंगत विधायक राम सिंह यादव के घर पर शोक संवेदना व्यक्त करने सीएम शिवराज सिंह कोलारस आए। हैलीकॉप्टर से उतरकर उन्होंने लोगों से हाथ मिलाया इसके बाद वे राम सिंह के गांव खतौरा चले गए। यहां पर उन्होंने दिवंगत विधायक राम सिंह यादव के घर पहुंचे । उन्होंने बेटे महेद्र यादव से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी।
इसके बाद वो वापस भोपाल जाने के लिए हेलीपेड पहुंचे और यहां आकर फिर से वे जनता के बीच चले गए और लोगों से बातचीत करने लगे। सीएम यहां भी उपस्थित जनसमुदाय से बात करते रहे। मीडिया के सामने आते ही उन्होंने भावांतर योजना की मार्केटिंग शुरू कर दी। जाते जाते सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी धमकी दे गए। सामान्यत: ऐसे एवं धार्मिक आयोजनों के अवसरों पर शीर्ष सत्ता प्रतिष्ठान से जुड़े लोग भी राजनीतिक बयानबाजी नहीं करते। शायद इसे ही राजनीतिक शिष्टाचार कहते हैं।