प्लाटून कमांडर के अवैध रिश्तों का सच वायरल, अब हर्षिला की मौत का रहस्य बाकी

इंदौर। होमगार्ड के प्लाटून कमांडर नीलेश डामोर की पत्नी हर्षिला की मौत के बाद नीलेश के गीतांजलि नाम की महिला से अवैध रिश्तों का सच वायरल हो गया है। हर्षिला की शिकायत पर नीलेश और उसकी महिला मित्र गीतांजलि ने पुलिस को लिखित में दिया था कि आगे से वो आपस में कोई रिश्ता नहीं रखेंगे। इसी के साथ यह प्रमाणित हो गया कि दोनों के बीच रिश्ता रहा और यही विवाद की जड़ था। अब हर्षिला की मौत का रहस्य सामने आना शेष है। हर्षिला के पिता का कहना है कि वो बार बार फोन लगाकर बुला रही थी। सुसाइड करना होता तो फोन क्यों करती। 

झाबुआ की एलआईसी कॉलोनी में शनिवार 4 नवम्बर को नीलेश डामोर की पत्नी हर्षिला का शव फांसी पर झूलता मिला था। परिजनों ने आरोप लगाया है कि उसके पति के एक महिला से अवैध संबंध हैं। इसके चलते वह उसे प्रताड़ित करता था। इसे लेकर उसने इंदौर में महिला पुलिस को शिकायत भी की थी। परिजनों ने पति पर हत्या का अाराेप लगाया है।

नीलेश व गीतांजलि के वचनपत्र
मैं नीलेश डामोर आगे होकर गीतांजलि पंजाबी से कोई संपर्क नहीं रखूंगा और अगर रखता हूं तो पत्नी द्वारा कानूनी कार्रवाई की जाए।
मैं गीतांजलि पंजाबी आगे होकर नीलेश डामोर से भविष्य में कोई संपर्क नहीं रखूंगी व रखती हूं तो नीलेश की पत्नी द्वारा कानूनी कार्रवाई की जाए।

मेरे साथ बच्चों को भी जान से मारने की कोशिश की
हर्षिला ने 31 अक्टूबर महिला पुलिस थाना इंदौर में पति नीलेश और महिला मित्र गीतांजलि के खिलाफ शिकायत की थी। जिसमें उसने बताया था जब उसे अपने पति के अवैध संबंधों की जानकारी लगी तो उसने मारपीट कर सारे सबूत छीन लिए। 29 अक्टूबर को मेरे पति नीलेश, गीताजंलि और उसकी बेटी रित ने मुझे और मेरे बच्चों को जान से मारने की कोशिश की। 30 अक्टूबर को मेरा पति मेरे सारे पैसे लेकर चला गया और मेरे बच्चों से मारपीट की। 31 अक्टूबर को भी उसने मुझे पीटा। हर्षिला ने उनके खिलाफ जल्द कार्रवाई का निवेदन किया था। (जैसा हर्षिला ने 31 अक्टूबर को थाने में आवेदन दिया था)

वह बार-बार फोन लगा रही थी तो आत्महत्या क्यों करेगी
हर्षिला के पिता विनय कुमार जॉर्ज ने बताया उनकी बेटी ने शुक्रवार की देर रात और शनिवार तड़के भी फोन लगाकर कहा कि आप लोग जल्दी झाबुआ आ जाओ। यदि उसे आत्महत्या करनी होती तो वह बार-बार फोन लगाकर हमें क्यों बुलाती। इस पूरे मामले की जांच के लिए झाबुआ एसपी को आवेदन देंगे। जरूरत पड़ी तो न्याय के लिए आंदोलन भी करेंगे।

हर्षिला के परिजनों और उसके शिकायती आवेदन को लेकर नीलेश से संपर्क करने की कोशिश की, उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। मैसेंजर पर संदेश का भी उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।

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