
क्या मामला दर्ज किया गया है
मिली जानकारी के अनुसार बल्देवगढ महिला बाल विकास अधिकारी शशिकिरण यादव ने बल्देवगढ थाना में सूचना दर्ज कराते हुये आरोप लगाया है कि दिनांक 16 एवं 20 नंबम्वर 2017 को क्षेत्र की आंगनबाडी कार्यकर्ताओ एवं सहायिकाओ सहित परिजनों ने बल्देवगढ बाल बिकास कार्यालय में घुसकर अश्लील गालिया दीं और शासकीय वाहन की तोड फोड कर दी और शासकीय कार्य में बाधा डाली एवं जान से मारने की धमकी दी। बल्देवगढ थाना पुलिस ने गत देर रात्रि में आरोपी आगनबाडी कार्यकर्ताओ के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया।
जिनके खिलाफ मामला दर्ज हुआ उनके नाम
लीला त्रिपाठी, सीमा सक्सेना, अमृतराजा, भुमानी प्रजापति, आशा जैन, गीता गुप्ता, रचनाअसाटी, लक्ष्मीकोरी, सुनीता अहिरवार, शान्ति सोनी, मुलिया अहिरवार, राजकुमारी सौर, ऊषा शर्मा, सहित देवी सिंह, अजय ठाकुर, कमल कुमार सक्सेना, हशिंकर जाडिया हैं। सभी आरोपियो के खिलाफ धारा 353, 147, 294, 427, 506 आइपीसी का मामला दर्ज किया गया है।
यह है असली माजरा
बल्देवगढ क्षेत्र से खबर ऐसी आ रही है। कि गत दिनो टीकमगढ कलेक्टर ने बल्देवगढ क्षेत्र में रात्रि चौपाल का आयोजन किया था। जिसमें अधिक से अधिक भीड जुटाने के निर्देश थे। साहब के आदेश के परिपालन में बाल विकास अधिकारी ने आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को हिदायत दी थी। कि रात्रि चौपाल में मौजूद रहना है। जिसमें कुछ आंगनबाडी कार्यकर्ता कलेक्टर चौपाल में भीड की शोभा बढाती रही कुछ आंगनबाडी कार्यकर्ताओ ने जाना मुनासिब नही समझा। बाल बिकास अधिकारी ने अपने क्षेत्रीय बिचौलिये के जरिये आंगनबाडी कार्यकर्ताओ की सूची जुटाई और अपने मुख्यालय पर न रहने का आरोप लगाकर कलेक्टर के पास पद से पृथक करने की अनुशंसा कर दी। साहब ने हरी झण्डी दे दी और संबंधित अधिकारी ने आंगनबाडी कार्यकर्ताओ को पद से पृथक कर दिया।