नई दिल्ली। मध्यप्रदेश में पैदल नर्मदा परिक्रमा कर रहे पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के अवकाश प्राप्त महासचिव दिग्विजय सिंह का नाम 1000 करोड़ के एविएशन घोटाले में सामने आया है। इनकम टैक्स विभाग की जांच में यह घोटाला उजागर हुआ है। बताया गया है कि एविएशन घोटाले के आरोपी दीपक तलवार ने दिग्विजय सिंह एवं उनके परिवार के लिए 1 करोड़ रुपए से ज्यादा की विदेश यात्राएं प्रायोजित की थीं। सवाल यह है कि क्या यह एक तरह की रिश्वत थी जिसे दिग्विजय सिंह ने स्वीकार किया।
इसमें एविएशन फिक्सर दीपक तलवार ने दिग्विजय सिंह और उनके परिवार के लिए फ्लाइट की टिकटें बुक कराई थीं। आईटी डिपार्टमेंट की जांच में सामने आया है कि दीपक तलवार की वेव हॉस्पिटलिटी एमिरेट्स फर्म ने दिग्विजय और उनके परिवार के लिए 1.25 करोड़ की टिकटें खरीदी थीं, जिनमें से 60 लाख की टिकट दिग्विजय और उनकी पूर्व पत्नी के लिए खरीदी गई। ये टिकटें उस समय खरीदी गईं जब दिग्विजय सिंह कांग्रेस पार्टी के महासचिव थे।
आयकर विभाग तलवार से 1000 करोड़ रुपए की बेनामी संपत्ति के संबंध में पूछताछ कर रहा है। दीपक तलवार को कॉर्पोरेट लॉबिस्ट और कई राजनेताओं का करीबी बताया जाता है। उन्हें 2 नवंबर को दिल्ली के 30 हजारी कोर्ट ने नोटिस जारी कर आय के स्रोतों के बारे में जवाब मांगा था।
दिग्विजय सिंह ने क्या कहा
वहीं, इस मामले में दिग्विजय सिंह ने कहा कि उनकी पत्नी आशा और बेटी का ह्यूस्टन में कैंसर का इलाज चल रहा था। ह्यूस्टन के लिए उन्होंने सभी की टिकटें खुद ही खरीदी थीं। दीपक तलवार की फर्म ने टिकटों को अपग्रेड किया था।