
इसके लिए एसपी शिवदयाल सिंह ने अपने बंगले के बाहर एक नोटिस भी लगवा दिया है। जिसमें लिखा है कि दीपवाली की मिठाई लेकर ना आएं। एसपी ने कहा कि जो भी उनसे मिलना चाहता है वो मिल सकता है लेकिन वो मिठाई लाने वालों से बिल्कुल नहीं मिलेंगे।
मिठाई की आड़ में दी जाती है रिश्वत
इसके पीछे एसपी शिवदयाल सिंह का कहना है कि त्यौहारों पर खास कर दीपावली के मौके पर अक्सर छोटे अधिकारी अपने सीनियरों को खुश करने के लिए मिठाई के पैकेट में रुपए तक देकर चले जाते हैं। साथ ही कई बार इसका फायदा उठाकर कई लोग रिश्वत तक देने की कोशिश करते हैं।
पुलिसकर्मियों को भी मिठाई ना लेने के निर्देश
ऐसे मामलों से बचने के लिए एसपी ने खुद मिठाई नहीं लेने के साथ ही साथ अन्य पुलिसकर्मियों को भी निर्देशित किया है कि वो इस दीपावली पर ना किसी को मिठाई दें, और ना ही किसी से मिठाई लें। साथ ही किसी को भी अपने आवास पर मिलने भी ना बुलाएं।
पूर्व कलेक्टर के साथ हुई घटना से ली सीख
एसपी के इस फैसले के पीछे पूर्व कलेक्टर अभिजीत अग्रवाल के साथ हुई घटना को भी प्रमुख कारण माना जा रहा है। करीब 10 महीने पहले तत्कालीन कलेक्टर अभिजीत अग्रवाल को एक व्यक्ति मिठाई के पैकेट में पांच लाख रुपए देकर चला गया था। मामला सामने आने पर काफी गर्माया था। जिस पर कलेक्टर को मुख्य सचिव के सामने सफाई भी देनी पड़ी थी। और इसी के चलते एसपी शिवदयाल सिंह ने मिठाई देने-लेने के चलन पर रोक लगाई है।