
देवेंद्र फडणवीस के अलावा ऑयल मिनिस्टर धर्मेंद्र प्रधान भी यह अपील कर चुके हैं। अगर पेट्रोल-डीजल जीएसटी के तहत आ जाता है, तो आम आदमी को इसका सबसे ज्यादा फायदा होगा। ईंधन की कीमतें मौजूदा कीमतों से लगभग आधी हो जाएंगी।
अगर जीएसटी परिषद पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के तहत ला देती है, तो इस पर ज्यादा से ज्यादा 28 फीसदी टैक्स ही लगाया जा सकता है। 28 फीसदी टैक्स लगने की सूरत में दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल 43 रुपये के करीब पड़ेगा। वहीं, 1 लीटर डीजल आपको 41 रुपये के करीब पड़ सकता है।
ऐसे होगा ये:
4 सितंबर को इंडियन ऑयल कंपनी की तरफ से जारी डाटा के मुताबिक ऑयल कंपनियां एक लीटर पेट्रोल के लिए 26.65 रुपये चुकाती हैं। डीलर को वह 30.13 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से बेचते हैं। इसमें डीलर 3.24 रुपये अपना कमीशन जोड़ता है। (नोट : पेट्रोल और डीजल की कीमतें आईओसीएल के सितंबर के डाटा के आधार पर है। इस तरह 33.37 रुपये में एक लीटर पेट्रोल तैयार हो जाता है। मौजूदा व्यवस्था में 19.48 रुपये की एक्साइज ड्यूटी (दो रुपये की कटौती करने के बाद प्रभावी ड्यूटी) और 14 रुपये के करीब आप वैट भरते हैं। इससे दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 66 रुपये के पार पहुंच जाती है। अन्य राज्यों में इसकी कीमत अलग अलग होती है क्योंकि वहां टैक्स की दर अलग अलग होती है।
जीएसटी के तहत
जीएसटी के तहत अगर 28 फीसदी भी टैक्स लगाया जाता है, तो आपको करीब 9.42 पैसे के करीब जीएसटी चुकाना होगा। इस तरह 33.37 रुपये के साथ जीएसटी जोड़ेंगे, तो आपको एक लीटर पेट्रोल 42.79 के करीब पड़ेगा।
डीजल का हाल
डीजल की बात करें, तो ऑयल कंपनियों को रिफाइनरीज को 23.86 रुपये चुकाने पड़ते हैं। डीलर्स को यह 27.63 रुपये में बेचा जाता है। डीलर कमीशन 1.65 रुपये जुड़ता है। इस पर मौजूदा समय में एक्साइज ड्यूटी 15.33 रुपये है और दिल्ली में वैट 8.10 रुपये है।
ये है प्रभावी कीमत
इन सब खर्चों को जोड़ने के बाद दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल आपको 53 रुपये के करीब पड़ता है लेकिन जीएसटी के तहत यह आपको 41 रुपये के करीब पड़ेगा। डीजल की बात करें, तो डीलर कमीशन जुड़ने के बाद यह 29.28 रुपये हो जाता है. इसमें 28 फीसदी जीएसटी जोड़ा जाए, तो 9.02 रुपये और जुड़ेगा। इस तरह 1 लीटर डीजल आपको महज 41.17 रुपये में पड़ेगा।