
17 अक्टूबर को गोरखपुर में सीएम योगी ने कहा था, ''यह महत्व नहीं रखता कि इसे (ताजमहल) किसने और क्यों बनवाया। यह भारत माता के सपूतों के खून-पसीनों से बना है। इसकी सुरक्षा और पर्यटन की दृष्टि से आगे के विकास की जिम्मेदारी उत्तरप्रदेश सरकार की है।ताज महल हमारे लिए बहुत अहमियत रखता है, खासकर टूरिस्ट्स के लिए। हमारी प्राथमिकता यही है कि वहां सुविधाएं हों और टूरिस्ट सुरक्षित रहें।
संगीत सोम ने दिया था विवादित बयान
बीजेपी एमएलए संगीत सोम ने ताजमहल को लेकर विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था, "कुछ लोगों को दर्द हुआ, जब ताजमहल का नाम ऐतिहासिक स्थलों में से निकाल दिया गया। ये कैसा इतिहास, किस काम का इतिहास जिसमें अपने पिता को ही कैद कर डाला गया था।
मुगल शासक बाबर, अकबर और औरंगजेब गद्दार थे और इनका नाम इतिहास के पन्नों से निकाल दिया जाएगा। ताज महल को बनवाने वाले ने अपने पिता को कैद किया था और अपने राज में बहुत से हिंदुओं का सर्वनाश किया था।"
ताजमहल को लेकर क्या है विवाद?
हाल ही में यूपी की टूरिज्म मिनिस्ट्री से जारी बुकलेट में कुशीनगर और गोरखनाथ मंदिर जैसे कई स्थानों को शामिल किया गया, लेकिन ताजमहल का जिक्र नहीं किया गया। इस पर विवाद शुरू हो गया। विवाद के बाद यूपी टूरिज्म के डायरेक्टर अवनीश अवस्थी ने कहा, ''बुकलेट में सिर्फ उन कामों का जिक्र है, जो यूपी सरकार उन जगहों पर करवा रही है या आगे करवाने वाली है। मामले को बढ़ता देख यूपी की टूरिज्म मिनिस्टर रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि आगरा के ताजमहल समेत राज्य के कल्चरल हेरिटेज का पूरी तरह डेवलपमेंट सरकार की प्रायोरिटी है। ताज महल हमारी सांस्कृतिक विरासत है और विश्व विख्यात पर्यटन स्थलों में से एक है। इस बुकलेट में पर्यटन विभाग की अन्य महत्वपूर्ण परियोजना शीर्षक के तहत (पेज संख्या-5) आगरा और बृज के विकास का जिक्र किया गया है। रीता ने कहा, 'आगरा को स्मार्ट सिटी मिशन के तहत डेवलप कराया जा रहा है। इन कोशिशों से पर्यटन के मानचित्र पर आगरा को एक नई पहचान मिलेगी।'' उन्होंने कहा कि पर्यटन की वेबसाइट पर ताजमहल सबसे ऊपर दिखता है। वहीं, विवाद के बाद 2018 के लिए योगी सरकार ने हेरिटेज कैलेंडर में भी ताजमहल को शामिल किया।