
कृषि मंत्री आज योजना की समीक्षा करेंगे. कृषि मंत्री ने कहा कि वो सभी कलेक्टर्स को निर्देश देने जा रहे हैं कि वो अपने ज़िले के व्यापारियों को समझाएं कि वो किसानों को उचित मूल्य दें. कृषि मंत्री का कहना है कि बड़ी संख्या में किसानों ने रजिस्ट्रेशन कराया है औऱ उन्हें नुकसान नहीं होने दिया जाएगा.
बता दें कि भावांतर योजना के लागू होने के तुरंत बाद व्यापारियों ने उपज के रेट कम कर दिए, नतीजा ये हुआ कि किसानों को योजना से पहले जितना पैसा मिल रहा था अब उतना भी नहीं मिल रहा है. किसानों को 16 अक्टूबर यानि योजना लागू होने से पहले जो भाव मिल रहा था अब वो भी नहीं मिल पा रहा है.